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कोरोना संदिग्ध की हालत स्थिर, प्रशासन रख रहा है नजर

बदायूं। कोरोना को मद्देनजर यूपी के 15 जिलों को लॉकडाउन कर दिया गया। लॉकडाउन के पहले चरण में कोरोना पॉजिटिव मामले आने वालों जिलों शामिल किया गया है वहीं एहतियात के तौर पर कुछ जिलों में लॉकडाउन किया गया है। वहीं जिला बदायूं में कोरोना संदिग्ध मरीज की स्थिर बनी है, जिसके बाद उसकी रिपोर्ट का इंतजार है अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो लॉकडाउन की घोषणा हो सकती है इसके अलावा जिले में अफवाहों का बाजार भी काफी गर्म है।

रविवार को बदायूं के एक मौहल्ला निवासी महिला अधिवक्ता समेत तीन लोगों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। इनमें महिला अधिवक्ता समेत दो लोग दिल्ली और एक बिहार से लौटा है। अधिवक्ता एक दिन पहले दिल्ली से लौटले शहर के मोहल्ला जवाहरपुरी में अपने एक रिश्तेदार के घर रुक गईं। उसे शनिवार से सर्दी, जुकाम और बुखार था। रविवार सुबह रिश्तेदार महिला अधिवक्ता को कोरोना वायरस की आशंका में जिला अस्पताल ले गए। जहां अधिवक्ता को कोरोना वार्ड में भर्ती कर लिया गया। अधिवक्ता की हालत स्थिर बनी हुई है। फिलहाल सैंपल लिया गया है, रिपोर्ट का इंतजार है। माना जा रहा है अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो बदायूं को लॉकडाउन किया जा सकता है। बाकी दो दिन पहले भेजे गए सैंपल की जांच रिपोर्ट आ गई। तीनों सैंपल निगेटिव निकले हैं।

कोरोना संदिग्ध मरीज स्वस्थ, जाएंगे घर

राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने कोरोना के संदिग्ध मरीजों के स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर घर भेजना शुरू कर दिया है। जिला अस्पताल में बेडों की संख्या सीमित है। ऐसे में बढती संदिग्धों की संख्या से निपटने के लिए आईसोलेशन वार्ड में अधिक से अधिक बेड खाली रहना भी जरूरी है, इसी को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।

वहीं एहतियात के तौर पर जिले के सभी अस्पतालों में पहले से ही ओपीडी को बंद कर दिया गया। जिले में उझानी सीएचसी, राजकीय मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है।

अफवाहवाज बन रहे हैं मुसीबत

कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से निपटने के साथ साथ प्रशासन को अफवाहबाजों का सामना भी करना पड़ रहा है। आम जनता अपनी जिम्मेदारी का सही निर्वाहन करने की बजाए भय का माहौल पैदा कर रही है। जिले के कई गांवों में अफवाह फैल गई कि रात में सोते वक्त एक परिवार के लोग पत्थर के बन गए। इस अफवाह ने ऐसा माहौल बनाया कि लोग सडको पर आ गए, देखते देखते यह अफवाह कई गांवों में फैल गई। भयभीत लोग रात भर जागते रहे। ललुआनगला, दबतोरी, दबतोरा, बीधानगला, जलालपुर आदि गांवों में लोग दहशत में रहे।

वहीं उसावां में सुबह चार बजे से ही महिलाएं अपने घरों पर हल्दी की थापें लगाने के बाद घंटा और थालियां बचाने लगीं। बताया जा रहा है ऐसा मोबाइल पर मैसेज आने के बाद किया, जिसके बाद से ही लोग दहशत में हैं एसओ प्रयागराज सिंह ने अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। इस्लामनगर के गांवों में भी लोगों ने हल्दी की थाप दरवाजों पर लगा दी। जिसके बाद इंस्पेक्टर जसवीर सिंह ने गांवों और कस्बे में घूमकर लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। उघैती में अफवाहों का दौर चला। कस्बा समेत गांवों में लोग रविवार रात भर जागते रहे। सुबह को घरों के बाहर हल्दी की थापें लगाईं। कई गांवों में महिलाओं ने घरों के बाहर दीपक जलाए। इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार ने कहा कि अफवाह फैलाने वालों की पहचान की जा रही है।

कुंवरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम औरंगाबाद में एक व्यक्ति हृदय रोग से पीड़ित है। रविवार दोपहर किसी ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दे दी कि गांव में एक व्यक्ति कोरोना वायरस का संदिग्ध है। इस पर टीम गांव पहुंच गई और मरीज को स्वास्थ्य केंद्र ले गई, जहां प्राथमिक जांच में पता चला कि वह हृदय रोगी है।

वहीं कस्बा उझानी में भी अफवाहबाजों ने सोशल मीडिया पर माहौल खराब कर रखा है। फेसबुक, व्हाटसप पर विदेशों से आए युवको-युवतियों के बारें में लगातार भ्रामक प्रचार चल रहा है जबकि सभी लोग जांच पड़ताल में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद एहतियात के तौर पर अपने घरों में आईसोलेट किए गए हैं। प्रशासन भी उन पर पूरी निगरानी रख रहा है।

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