लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने लगा है। ऐसे में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर चिंता जाहिर की है।
कोरोना की दूसरी लहर के चलते उत्तर प्रदेश में कक्षा एक से 12 तक के स्कूल 11 अप्रैल तक बंद किए जा चुके थे। लेकिन लगातार बेकाबू हालातों को देखते हुए अब इस अवधि को बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दिया गया है। हालाँकि इस दौरान पहले से निर्धारित परीक्षाओं को करवाने की छूट दी गयी है, वहां कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। इस दौरान कोचिंग सेंटर बंद रखने का आदेश भी दिया गया है।
दरअसल, प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेज होता जा रहा है। कोरोना के फैलते संक्रमण को राेकने के लिए यूपी के 13 जिलों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। इनमें लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, गाजियाबाद, नोएडा, मुरादाबाद, बलिया और गोरखपुर शामिल हैं। यूपी में शनिवार को एक दिन में कोरोना के 12,787 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं और 48 मौतें दर्ज की गई हैं। लखनऊ में एक दिन में रिकॉर्ड 4,059 नए केस सामने आए हैं, जबकि कोरोना के चलते 23 लोगों ने दम तोड़ दिया। शनिवार को प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों से 2,207 कोरोना मरीज ठीक भी हुए हैं। यूपी में अब तक 6,76,739 मामले सामने आ चुके हैं।
वहीं शादी विवाह में शामिल होने वालों की संख्या निर्धारित की जा चुकी है। सीएम ने कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कोविड प्रोटोकाल का हर हाल में अनुपालन कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जिलों में कोविड केस की संख्या का आकलन कर नाइट कर्फ्यू का निर्णय डीएम अपने स्तर से लें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि जिला प्रशासन ऐसी व्यवस्था बनाए, जिससे शादी-विवाह या अन्य कोई भी सार्वजनिक आयोजन रात्रि 9 बजे तक सम्पन्न कर लिए जाएं। इसके लिए लोगों को जागरूक कर निर्धारित मानकों के अनुपालन के लिए प्रेरित किया जाए।