उझानी(बदायूं)। परचूनी की दुकान को लेकर विवाद में सोमवार सुबह नगर के मोहल्ला अहीरटोला में दबंगों ने एक परिवार के चार सदस्यों को लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा। भुक्तभोगी ने तहरीर दी तो उसके ही परिवार को थाने में बैठा लिया गया। उधर दबंगों की पैरवी में सत्ताधारी दल के नेता भी थाने पहुँच गए।
अहिरटोला निवासी ज्ञानेन्द्र पाल सिंह अपने घर में परचून की दुकान चला परिवार का गुजर बसर करते हैं। उनके पड़ोस में अरविन्द माहेश्वरी नामक व्यक्ति भी परचून की दुकान चलाता है। ज्ञानेन्द्र के मुताबिक दुकानदारी को लेकर उनका पड़ोसी अरविन्द रंजिश मानता है। सोमवार सुबह उनकी पत्नी सविता देवी साफ सफाई कर रही थीं, इसी दौरान अरविन्द गाली-गलौच करने लगा। उन्होंने जब विरोध किया तो आरोपी ने उसे धक्का मार कर जमीन पर गिरा दिया। जिससे उनके हाथ में चोट आई।
शौर-शराबा सुनकर ज्ञानेन्द्र और उनके दो बेटे गौरव कुमार, नवरत्न बाहर आए तो दबंग अरविन्द और उसके बेटों ने उन पर भी लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में गौरव कुमार और नवरत्न सिर फट गया है, जबकि ज्ञानेंद्र के हाथ में चोट आई है। सूचना पर पुलिस पहुंची ने चारों चारों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मेडिकल उपचार करवाया।
पुलिस ने पीड़ित को ही थाने में बैठाया
पीड़ित परिवार ने थाने पहुंचकर पुलिस को मामले से अवगत कराया और नामजद तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की लेकिन उसकी प्राथमिकी दर्ज करने की बजाए पुलिस ने लहुलुहान परिवार को ही कैदीखाने के बाहर पुलिस कस्टडी में बैठा दिया।
दबंग के बचाव में आए सत्ताधारी राजनेता
पुलिस ने आरोपी अरविन्द और उसके एक बेटे को हिरासत में लिया तो उसके पक्ष से सत्ताधारी भाजपा के नेताओं समेत कई लोग थाने पहुँच गए और पीड़ित पर सुलह का दबाव बनाने लगे। उन्होंने पीड़ित को न्याय दिलाने की बजाए उससे जबर्दस्ती सुलह करवा डाली।
अक्सर दबंगई दिखाता है पड़ोसी
ज्ञानेंद्र ने बताया कि उनका पड़ोसी अरविन्द आए दिन गाली-गलौज करता है। विरोध करने पर झगड़ा करने पर आमादा हो जाता है। ज्ञानेंद्र की माने तो पड़ोसी के कारनामों से पूरी गली वाकिफ है लेकिन उसकी दबंगई की वजह से कोई उसके खिलाफ नहीं बोलता।