कछला(बदायूं)। उत्तर प्रदेश में योगी राज में गोवंशों के शव को कुत्ते और कौवे नोच खा रहे हैं। कई कंकाल पड़े हुए हैं। सड़न के चलते उठ रही गंध से लोगो का जीना दूभर हो गया है। लापरवाही का ऐसा आलम है कि बीती रात घायल गोवंश का इलाज करवाने के लिए बजाए उसे भी मौत के मुंह में धकेल दिया गया।
कछला गंगा घाट पर बीते तीन दिनों से गोवंश दम तोड़ रहे हैं। प्रशासन न इनकी मौत की वजह जानने की कोशिश कर रहा है, न ही इन्हें नियमित दफनाया जा रहा है। घाट पर पूर्वी क्षेत्र में गड्डों में 5 गोवंश के शव पड़े हुए हैं। जिन्हें आवारा कुत्ते और कौवे नोच नोचकर खा रहे है। इसके अलावा तीन गोवंश कंकाल बन चुके हैं। शुक्रवार को घाट पर एक बछड़े की मौत हुई थी, इसे भी अब कुत्तों का निवाला बनने के लिए फेंक दिया गया है।
स्थानीय निवासी राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि कई दिन से नगर पंचायत गोवंश को लाकर यहाँ डाल रही है। हमने इसका विरोध किया। साथ ही इन्हें दफनाने की बात भी कही लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। गोवंश सड़ रहे हैं जिससे आसपास के क्षेत्रों में बदबू फैल रही है।
इलाज की बजाए मौत के मुंह में धकेला
वहीं कल्लू ने बताया कि शुक्रवार को एक गोवंश ट्रेन की चपेट में आ गया था, हादसे में उसके पिछले दोनों पैर टूट गए। नगर पंचायत की टैक्टर-ट्राली ने शाम को उसे घाट पर लाकर डाल दिया गया। उन्होंने बताया कि रात में जब खेत की रखवाली करने आए तो गोवंश तड़प रहा था। उसे खाने के लिए हरियाली दी। इसके बाद वो वापस अपने घर चले गए। सुबह आकर देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी और शव कुत्ते नोच रहे थे।
इस सम्बन्ध में एसडीएम सदर एसपी वर्मा ने बताया कि अभी तक यह मामला संज्ञान में नहीं था, इसकी जांच करवाता हूँ। वहीं पशु चिकित्सक विवेक माहेश्वरी ने बताया कि गोवंश की मौत के सम्बन्ध में कोई सूचना नहीं मिली है, मामला संज्ञान में आते ही मौत की वजह पता की जाएगी।