सहसवान। कोतवाली में खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास करने वाले युवक की दिल्ली सफदरजंग अस्पताल मे रविवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गयी। मौत की सूचना पर परिवार मे कोहराम मच गया। युवक ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। युवक की मौत की सूचना मिलते ही गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव नसूपुर फीरोजपुर उर्फ केशों की मढैया निवासी श्रीपाल(32) पुत्र श्योराज ने छह फरवरी सोमवार शाम करीब पांच बजे पेट्रोल डाल कर कोतवाली परिसर मे आग लगा ली थी। पुलिसकर्मियों ने कंबल डालकर बमुश्किल आग बुझाई। उसे गंभीर हालत में राजकीय मेडिकल कॉलेज सैफई रेफर किया गया है। उसी देर रात हालत बिगड़ने पर उसे सैफई मेडिकल कालेज ले जाया गया। वहीं भी हालत में सुधार नहीं हुआ तो उसको बरेली में भर्ती कराया था।
वहीं शुक्रवार की रात अचानक बिगड़ी हालत के बाद अस्पताल के डाक्टरों के भी हाथपांव फूल गये और उसको गंभीर हालत मे शनिवार को दिल्ली रेफर कर दिया गया। परिजनों ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले कर पहुंचे और रात करीब 11 बजे उसको भर्ती कराया गया। रविवार की सुबह श्रीपाल की इलाज के दौरान मौत दिल्ली मे मौत हो गयी। सोमवार को पुलिस की मौजूदगी मे श्रीपाल का अंतिम संस्कार किया जायेगा।
मौसेरे भाई से मेड़ काटने को लेकर हुआ था विवाद
श्रीपाल का बीते दिनों मौसेरे भाई से खेत की मेड़ काटने को लेकर विवाद हुआ था। दोनों पक्षों के बीच मारपीट भी हुई और मामला थाने तक आ गया। श्रीपाल पक्ष की ओर से 11 जनवरी को विरोधी पक्ष विक्रम के खिलाफ मुकदमा कराया गया। विरोधी पक्ष ने भी तहरीर दी और मुकदमा दर्ज कराया था।
इंस्पेक्टर पर थाने में बंद कर पीटने का था आरोप
मृतक के भाई कुंवरपाल के मुताबिक इंस्पेक्टर क्राइम दिगंबर सिंह ने श्रीपाल को कोतवाली में बंद करके पीटा था। बयान के बहाने उसे बुलाया गया और इंस्पेक्टर सिपाहियों समेत उस पर टूट पड़े। आरोप है कि इससे पहले भी तकरीबन 30 हजार रुपये बतौर घूस दिगंबर सिंह ले चुके थे लेकिन फिर भी वह नहीं माने और एकतरफा कार्रवाई का सिलसिला जारी रखा। जांच के बाद एसएसपी ने क्राइम इंस्पेक्टर को निलंबित भी कर दिया।