उझानी (बदायूं)। विकास खंड का गांव नरऊ नाले का गंदा पानी पहुँचने के कारण संक्रमण रोगों से त्रस्त हो गया है, जल स्रोत जहर उगल रहे हैं। हाल ही में गांव के दो लोगों की पीलिया से मौत हो चुकी है। वहीं दर्जनों से लोग बीमार हैं। गुरुवार को एसडीएम सदर ने गाँव का जायजा लिया।
शहर से निकलने वाले गंदे नाले के पानी से नरऊ गांव के खेत तालाब बन गए हैं। नलकूपों से पीला, मटमैला पानी निकल रहा है। बारिश में क्या हालात होंगे इसकी आशंका से लोग भयभीत हैं। वैसे भी ग्रामीणों को बारिश में हर साल जलभराव की गंभीर समस्या झेलनी पड़ती है। गंदे पानी से फैल रही बीमारियों, डूबते खेतों की समस्या को देखते हुए शनिवार को एसडीएम पारसनाथ मौर्य दलबल के साथ पहुँचकर गाँव का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि नाले का पानी का स्तर बढ़ने की वजह से पानी तालाब से निकल खेतों तक पहुँच रहा है। जिससे समस्या पैदा हुई है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें अपनी समस्या बताते हुए स्थायी समाधान की मांग की।
15 दिनों में दो लोगों की मौत, दर्जनों बीमार
पीलिया का प्रकोप बढ़ने पर कुछ समय पूर्व रामपाल मौर्य (60), कमल किशोर(18) पुत्र भगवान दास की मौत हो चुकी है वहीं अभी 5 दिनों के भीतर प्रेमपाल (45) और सोनवती (52) पत्नी कल्याण की मौत हुई है। वहीं गाँव में इस वक्त सत्यवती(60) पत्नी शम्भूदयाल, शिल्पी(10) पुत्री पन्नालाल, किशोरी देवी(45) पत्नी मुन्नालाल, पुष्पा देवी(30) पत्नी मदनलाल, कलावती(60) पत्नी भैरोलाल, रामस्नेही (60) पत्नी छोटेलाल, प्रेमपाल(40) पत्नी दयाराम सहित दर्जनों लोग दाद, खुजली, बुखार जैसी बिमारियों से पीड़ित हैं।
नहीं पहुंचा पानी का टैंकर
गाँव के नलकूपों में मटमैला पानी निकल रहा है। पीने के लिए स्वच्छ पानी न होने की समस्या को देखते हुए बुधवार को नगर पालिका ने पानी का टैंकर भेजा था लेकिन गुरूवार को गाँव वाले पानी का इंतजार करते रहे। ग्रामीणों का आरोप है कि एक दिन ही पानी का टैकर आया था। वहीं नगर पालिका ईओ डॉ. धीरेन्द्र राय ने बताया कि गुरूवार को भी पानी का टैंकर भेजा गया था लेकिन ग्रामीणों ने स्थायी समाधान की मांग करते हुए टैंकर लेने से इंकार कर दिया था। कल दुबारा टैंकर भेजा जायेगा।