बदायूं। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के बाबा कॉलोनी में डबल मर्डर केस का राजफाश गुरुवार शाम कर दिया गया। पूछताछ में जावेद ने बताया कि उसका बड़ा भाई साजिद बच्चों से नफरत करता था और कई बार वह बच्चों को देखकर आक्रोशित हो जाता था। पूछताछ में यह भी पता चला है कि साजिद ने घटना वाले दिन भी नया चाकू खरीदा था।
एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जावेद ने पुलिस को बताया कि भाई साजिद की शादी को कई साल हो गए थे लेकिन उसकी संतान नहीं हो रही थी। उसकी पत्नी के गर्भ में ही बच्चे मर जाते थे। जिससे वह दूसरों के बच्चों से नफरत करने लगा था। जावेद ने बताया कि उसका भाई मंगलवार को ही नया छुरा लाया था। उसके पूछने पर उसने बताया था कि रमजान बाद गोश्त काटने के लिए लाया है। शाम को भाई साजिद ने कहा कि चलो विनोद के घर होकर आते हैं। इसके बाद वह विनोद के घर गए। लेकिन वह बाहर ही खड़ा रहा और साजिद अंदर चला गया। कुछ देर बाद वह बाहर आया तो खून से सना हुआ था और हाथ मे वही छुरा था।
जावेद ने बताया कि जब उसने देखा कि साजिद ने दो बच्चों की हत्या कर दी है तो वह बाइक लेकर भाग गया और घर पहुंचा। घर से दिल्ली के लिए चला गया। पता चला कि पुलिस उसको ढूंढ रही है तो वह गुरुवार को बरेली पहुंचा और सरेंडर कर दिया।
बरेली में किया था सरेंडर
जावेद ने गुरुवार तड़के बरेली पुलिस के सामने खुद को सरेंडर कर दिया था। इसके बाद पुलिस उसे बदायूं लेकर आ गई। जावेद को पूछताछ के लिए उझानी कोतवाली में लाया गया। उससे 4 घंटे तक पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान कोतवाली गेट पर मीडिया कर्मियों समेत लोगों का जमघट लगा रहा लेकिन किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया गया। इसके बाद पुलिस जावेद को लेकर रवाना हो गयी।
यह हुई थी घटना
बदायूं में मंगलवार की शाम को मंडी समिति पुलिस चौकी से 500 मीटर दूर स्थित बाबा कॉलोनी में एक ठेकेदार विनोद ठाकुर के दो बेटों आयुष (13) और आहान (6) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। वारदात को घर के ही सामने हेयर सैलून चलाने वाले साजिद ने अंजाम दिया था। वारदात के तीन घंटे के बाद पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी साजिद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। हत्याकांड में नामजद जावेद फरार था।