उझानी। उझानी क्षेत्र के संजरपुर बालजीत गांव में रविवार को उपचार के दो घंटे बाद ही एक युवक की मौत हो गई। बुखार की शिकायत पर परिजन उसे झोलाछाप बंगाली डॉक्टर के पास ले गए थे। परिजनों का आरोप है कि बंगाली डॉक्टर ने युवक को इंजेक्शन लगाया और उसकी तबीयत उसके बाद से ज्यादा बिगड़ गई।
जानकारी के मुताबिक, संजरपुर बालजीत में रामभरोसे (39) पुत्र पुन्नीलाल को कल शाम से बुखार और मुंह में छाले था। आज सुबह जब बुखार की वजह से शरीर में दर्द बढ़ा तो बंगाली डॉक्टर के यहां इलाज कराने लेकर गए। आरोप है कि झोलाछाप ने युवक के इंजेक्शन लगाए और कुछ दवांएं भी खाने के लिए दीं। इसके बाद रामभरोसे को उसका बड़ा भाई घर लेकर चला गया। कुछ ही देर बाद जब रामभरोसे की तबियत बिगड़ी, उसके हाथ-पैर ठंडे पड़ गए तो परिजन इसे लेकर उझानी भाग खड़े हुए।
रामभरोसे के बड़े भाई रामबाबू के मुताबिक उझानी में उपचार के बाद भी हालत में सुधार न हुआ और कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गयी। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने बंगाली डॉक्टर की दुकान पर पहुंचकर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पेशे से किसान रामभरोसे के आकाश(10), अजीत(7), रचना(14) तीन बच्चे हैं। पत्नी और बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। पिता की मौत के बाद परिवार पर रोजी रोटी का संकट आ गया है। वहीं झोलाछाप बंगाली डॉक्टर फरार बताया जा रहा है।