उझानी (बदायूं)। उझानी क्रय-विक्रय सहकारी समिति में लाखों रुपये के गबन के खेल मामला सामने आया है। समिति सभापति ने जिला सहकारी बैंक चैयरमैन से मामले में शिकायत की है।
समिति के सभापति किशन चन्द्र शर्मा ने आरोप लगाया है कि पूर्व सचिव श्याम सिंह ने सहकारी बैंक के प्रबन्धक हजारी लाल के साथ मिलकर समिति के खाते से करीबन 15 लाख की रकम को अपने निजी खाते में ट्रांसफ़र कर लिया। उन्होंने बताया कि क्रय-विक्रय सहकारी समिति के दो बैंक खाते जिला सहकारी बैंक की उझानी शाखा में संचालित हैं। एक खाते में एफडी के तौर पर रुपए में जमा हैं और इस पर मिलने वाले ब्याज की रकम समिति के दूसरे खाते में जमा होती है।
एक नवंबर को समिति से सचिव श्याम सिंह सेवानिवृत हुए। उन्होंने समिति के दूसरे खाते से शाखा मैनेजर हजारी लाल के साथ मिलकर 14 लाख 73 हजार 697 रुपये अपने निजी खाते में ट्रांसफर कर लिए। इसके बाद श्याम सिंह ने अपने निजी खाते से भी दो लाख की रकम निकाल ली। किशन चन्द्र शर्मा ने बताया कि बैंक से लेन-देन के लिए सचिव और सभापति दोनों का हस्ताक्षर जरूरी हैं लेकिन रिटायर सचिव और शाखा प्रबन्धक ने मिलीभगत कर रुपया गायब कर दिया।
उन्होंने बताया कि जब इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की तो रुपया वापस तो आ गया लेकिन अब रुपया किस खाते में हैं इस बारे में हजारी लाल कोई जानकारी नही दे रहे हैं। किशन चन्द्र शर्मा ने इस मामले में जिला सहकारी बैंक चैयरमैन से श्याम सिंह और हजारी लाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं श्याम सिंह ने बताया कि इस मामले में वो पूरी तरह निर्दोष है, उन्होंने 2 लाख रुपये जरुर निकाले थे लेकिन वापस जमा कर दिया।