उझानी। पुलिस ने नकली जेवर को असली बताकर टप्पेबाजी करने वाले गिरोह का भंडाफोड किया है। पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। तीनों के पास करीब पांच किलो वजन के जेवर मिले। पुलिस ने कार समेत असलाहे भी बरामद कर लिए हैं।
संभल के असमोली क्षेत्र के गांव बिलापतपुर निवासी आबिद पुत्र शमशाद, असमोली में रामनगर चौराहा इलाके के महबूब पुत्र अय्यूब और उसका पड़ोसी रब्बानी पुत्र रमजानी दिल्ली नंबर की कार से शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे संजरपुर रोड स्थित एक गेस्टहाउस के पास खड़े हुए थे। उन्होंने एक व्यक्ति से तीन लाख रुपये में पांच किलो चार सौ ग्राम चांदी के जेवरात का सौदा था।
इसी बीच पुलिस को भनक लगी तो मुस्तैदी दिखाते हुए तीनों युवकों को हिरासत में लिया। आरोपियों के पास से गले की 24 चेन, हाथ की 24 चेन, तीन जोड़ी पायजेब के साथ दो पुरानी चेन मिलीं। इसके अलावा एक तमंचा व दो कारसूत समेत एक चाकू भी कार से मिला। बरामद आभूषणों की तौल की गई तो इनका वजन 5 किलो 400 ग्राम निकला। पुलिस ने एक सुनार से जेवरात की तस्दीक कराई तो वह गिलट के निकले। उनके ऊपर चांदी की पॉलिश है।
पूछताछ के दौरान तीनों ने पुलिस को बताया कि पहले वह फेरी लगाकर कपड़े बेचने का काम करते थे। उसी दौरान संभल जिले में ही हजरतनगर गढ़ी थाना क्षेत्र के गांव ततारपुर निवासी नौशाद से मुलाकात हुई। वह सराफा कारोबारियों को नकली चांदी के जेवरात बेचने का काम करता था। आरोपी युव असली चांदी का सामान ग्राहक को कम दाम में देने के नाम पर फंसाते थे।
प्रभारी निरीक्षक हरपाल सिंह बालियान ने बताया कि नौशाद के बारे में भी जानकारी की जा रही है। आबिद, महबूब और रब्बानी जिस व्यक्ति को जेवरात बेचने आए थे, उसे भी तलाशा जाएगा। तीनों इससे पहले संभल और मुरादाबाद जिले में ही माल बेच चुके हैं। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा दिया गया है।