उझानी (बदायूं)। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर गुरूवार रात को शराबी पिता ने ट्रेन के आगे कूद आत्महत्या कर ली, उसके पुत्र ने बचाने की कोशिश भी की जिसमे वो खुद ट्रेन की चपेट में आ गया और घायल हो गया। फिलहाल इसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
कोतवाली क्षेत्र कादरचौक के गाँव धडूनगला निवासी पिता पुत्र राधे(40) और शेरा(17) में गुरूवार रात कहासुनी हो गयी। बताया जा रहा है कि शराब के नशे में राधे अक्सर अपने बेटे को पीटता था। गुरुवार रात जब दोनों में झगड़ा हुआ तो राधे आत्महत्या करने की धमकी देकर स्टेशन की ओर भाग गया। बेटा शेरा भी उसके पीछे बचाने दौड़ा। रात करीबन लेकिन रात 11 बजे मालगोदाम के समीप राधे ने ट्रेन के आगे छलांग लगा दी, हादसे में उसका सिर और एक हाथ अलग हो गया। वहीं पिता को बचाने की कोशिश पुत्र का पैर भी चपेट में आ गया।
रात भर दर्द से तडपता रहा शेरा
ट्रेन की चपेट में घायल शेरा पूरी रात पिता के शव के पास दर्द से तड़पता रहा। रात में कई बार उसने चिल्लाकर लोगों को बुलाने की कोशिश की लेकिन सुनसान जगह में कोई नजर न आया। शुक्रवार सुबह टहलने पहुंचे लोगों ने उसकी आवाज सुन जीआरपी को खबर दी। सूचना पर डायल-100 और कोतवाली पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर घायल शेरा को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं मृत शव को जीआरपी के सुपुर्द कर दिया गया है।
माँ के बाद उठा पिता का साया
अपनी पत्नी की मौत के बाद राधे गाँव की सम्पत्ति बेच उझानी में किराये पर रहता था। चार बच्चों में उसने हीरालाल(22), लक्ष्मी(13), सत्यवीर(10) को अपने रिश्तेदारों को सौंप दिया वहीं शेरा को अपने साथ रखता था। मजदूरी कर दोनों का पेट भर जाता लेकिन राधे की शराब की लत ने बच्चों के सिर से माँ के बाद पिता का साया छीन लिया।