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फौजी का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

बदायूं। गांव की जिन गलियों में कभी वह देश सेवा का जज्बा लिए घूमता था, उन्हीं गलियों से जब फौजी का शव गुजरा तो जैसे पूरा गांव ही सिसक उठा। जवान की अंतिम यात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। राजकीय सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया।

मुजरिया थाना क्षेत्र के गांव हरसिंहपुर निवासी 42 वर्षीय रूम सिंह पुत्र नेकराम राजस्थान के जोधपुर में सेना की सिंगल रेजिमेंट में हवलदार के पद पर तैनात थे। शुक्रवार को वह ड्यूटी कर रहे थे तभी अचानक उन्हें हार्ट अटैक आया। आनन-फानन में उन्हें आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इसकी सूचना विभागीय अधिकारियों ने परिजनों को दी। मौत की जानकारी पर परिजनों में चीख पुकार मच गई।

पोस्टमार्टम के बाद रविवार सुबह सेना के जवान राष्ट्रीय ध्वज से लिपटा रूम सिंह का शव लेकर गांव पहुँचे तो सभी की आंखें नम हो गई। अपने गांव के लाड़ले के अंतिम दर्शन के लिए लोग उमड़ पड़े। इसके बाद भारत माता की जय, वंदेमातरम् के जयकारों के साथ जवान के शव को खेत में बनाए गए चिता स्थल तक लाया गया। उनकी अंतिम यात्रा में गांव के युवा, बुजुर्ग, बच्चे सभी ने हिस्सा लिया। चिता स्थल पर बरेली 346 फील्ड रेजिमेंट से आए सूबेदार दिगान्ता गोगई के नेतृत्व में जवानों ने सलामी देते हुए तीन राउण्ड फायरिंग की।

अंतिम संस्कार में शामिल हुए बीएल वर्मा
सेना के सम्मान के साथ फौजी का अंतिम संस्कार किया गया। उसके 17 साल के पुत्र संदीप ने मुखाग्नि दी। राज्यसभा सांसद और केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने दिवंगत फौजी के परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

होली पर घर आया था फौजी
रूम सिंह अंतिम बार इसी साल मार्च महीने में होली पर घर आए थे। ड्यूटी पर जाते समय परिवार से जल्द लौटने की बात कहकर गए थे। किसी को क्या पता था कि देश सेवा को जा रहा फौजी अब तिरंगे पर लिपटकर वापस लौटेगा। मृत फौजी की पत्नी शैलेश कुमारी, बेटा संदीप, बेटी संध्या समेत परिवार के लोगों रो-रो कर बुरा हाल है।

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