बदायूं। हजरतपुर थाना क्षेत्र में कुलदीप हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने घटना के दो महीने बाद 4 लोगों को पकड़ा है। इनमें हिस्ट्रीशीटर भी शामिल हैं। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया है।
पुलिस लाइन सभागार में खुलासा करते हुए एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि 31 मई 2024 की दोपहर दो बजे पुलिस को सूचना मिली कि हजरतपुर थाना क्षेत्र के गांव खिरकन नगला में 11 वर्षीय कुलदीप पुत्र रामगुलाम की हत्या कर दी गई है। रामगुलाम की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पेट की आंत फटने के कारण मौत की पुष्टि हुई थी।
पुलिस ने रविवार रात ओमेंद्र, उमेश, पप्पू व धनवीर निवासीगण गांव खिरकिन नगला को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ओमेंद्र ने कबूला कि मुझ पर काफी मुकदमे चल रहे हैं, मैं वर्तमान समय में थाने का हिस्ट्रीशीटर अपराधी हूं। मैं मुकदमे में कभी-कभी तारीख लेने कोर्ट नहीं जा पाता था तो न्यायालय से वारंट बन जाते थे और रामगुलाम हमारी मुखबिरी करके पुलिस से पकड़वा देता था। इससे मैं काफी परेशान हो गया था।
ओमेंद्र चाहता था कि रामगुलाम को ऐसी चोट पहुंचाए कि वह जिंदगीभर नहीं भूल पाए। कुलदीप रामगुलाम का इकलौता बेटा था। 31 मई को वह गांव के बाहर पेड़ के नीचे बैठा मिल गया और उसकी हत्या कर दी। हत्यारोपियों ने गोली चलाना जरूरी नहीं समझा। अगर वह गोली चलाते तो उसी दौरान लोगों को पता चल जाता। चारों आरोपियों ने कुलदीप को जमीन पर गिरा लिया। हत्यारोपी उमेश ने उसके दोनों हाथ पकड़े, पप्पू ने उसके दोनों पैर पकड़े और धनवीर अपने हाथों से उसका मुंह व गर्दन दबाए रहा।
वहीं हिस्ट्रीशीटर पेट पर तमंचा रखकर जोर से दबाए रहा, जिससे ज्यादा दबाव पड़ने से उसका लिवर फट गया और अंदरूनी हिस्से पर गंभीर चोट आईं। इसकी बालक की मौके पर ही मौत हो गई। सोमवार दोपहर बाद चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।