उझानी। कोतवाली क्षेत्र के गांव में रविवार सुबह खाना पकाते समय लीक कर रहे सिलेंडर में लगी आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते पूरी गृहस्थी जल गई। ग्रामीणों ने मिलकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग की लपटों के बीच फंसने और आग बुझाने के प्रयास में परिवार के 4 सदस्य झुलस गए। जिनमे गंभीर रूप से झुलसे माँ और दो बच्चों की मौत हो गयी।
रविवार सुबह करीबन 8 बजे गांव दहेमू में धनश्याम दास की बेटी आशा देवी गैस चूल्हे से खाना पका रही थी। अलीगढ में ब्याही आशा 20 दिन पहले अपने पिता के पास आई थी, खाना बनाते वक्त उसके पास में ही बैठा हुआ एक वर्षीय पुत्र शुशांत और 5 वर्षीय पुत्री निराली खाना खा रही थी। अचानक ही गैस सिलेंडर ने लीकेज की वजह आग पकड़ ली। तेजी ने फैली आग ने माँ और बच्चों को संभलने का मौक़ा नहीं दिया और तीनों बुरी तरह झुलस गए। आशा की आवाज सुनकर धनश्याम दौड़ पड़े, उन्होंने जैसे तीनों को आग से दूर किया जिसमे उनके हाथ भी झुलस गए।
आग की लपटों को देख ग्रामीण इकट्ठा हो गए और किसी तरह सिलेंडर की आग बुझा ली। लेकिन इस दौरान आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। आग से घर में रखा अनाज, कपड़े, चारपाई, साइकिल, भूसा सहित सारा सामान जल कर राख हो गया। हादसे के बाद आग में झुलसे हुए लोगो को सीएचसी रवाना किया जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया। इलाज के दौरान माँ और दोनों बच्चों की मौत हो गयी है।