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कलश यात्रा से गायत्री महायज्ञ और प्रज्ञा पुराण कथा का आगाज

उझानी (बदायूं)। गायत्री परिवार द्वारा आयोजित 108 कुंडीय महायज्ञ और वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित 19वें पुराण ‘प्रज्ञा पुराण‘ की चार दिवसीय संगीतमयी कथा का आगाज शनिवार को उझानी में कलशयात्रा से हुआ। इसमें श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा।

शोभायात्रा में शामिल मातृशाक्तियों और देवकन्याओं ने ओम व स्वास्तिक लिखे 2400 तीर्थों के जल रज से युक्त शक्ति कलशों को अपने सिर पर धारण कर किया। गाजे बाजे के साथ शुरु हुई कलश यात्रा आचार्यो के वेद मंत्रों के उचारण के साथ देवनागरी इंटर कालेज से बिल्सी रोड, कछला रोड, स्टेशन रोड, पंखा रोड, पुरानी अनाज मंडी, सहसवान रोड होते हुए यज्ञस्थल पहुंची। कलश यात्रा का नगरवासियों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। महिलाएं व युवा व्यसनमुक्त नारे व संदेश लिखी तख्तियां हाथों में लेकर चल रहे थे। मां गायत्री के रूप में सजीं बालिकाएं, सुसज्जित झांकियां और गगन चुंबी पताकाएं आकर्षण का केंद्र रहीं। आत्मीय परिजनों और श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा का जगह-जगह पूजन किया। शिवाजी इंटर कालेज म्याऊ के 60 बच्चों ने बिगुल और जयघोष के साथ कलशयात्रा की अगुवाई की।

शांतिकुंज हरिद्वार से आए टोली नायक शशिकांत सिंह ने कहा कि विश्व धरा पर जब भी कोई भारी संकट और विपत्तियां आईं तब-तब किसी न किसी रूप में अवतारी चेतना धरती पर अवतरित हुई और मानव में देवत्व जगाने का कार्य किया। अपने वर्षों के संचित तप और त्याग से प्रकृति और वन्य प्राणियों की रक्षा की। उन्होंने कहा नवीन समस्याओं के समाधान के लिए नया ज्ञान, नया इतिहास रचने वाला कोई व्यक्ति नहीं शक्ति होती है, जो साधारण से मनुष्यों को देवता बनाने का कार्य करती है। सद्चिंतन और सद्भाव जगाती है। सूर्य की पहली किरणों के साथ श्रद्धावानों में नया सबेरा, नया उजाला लाकर उनमें नूतन ऊर्जा का संचार करती है।

सहायक टोली नायक बसंती लाल सोलंकी ने कहा कि श्रेष्ठ संस्कारों से युवाशक्ति सृजन सैनिक और प्रज्ञा प्रहरी के रूप में तैयार होकर लोग विश्व धरा पर स्वर्ग जैसा वातावरण देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्वेन कुमार, चिंताराम नाग, सुशील कुमार और दिनेश कुमार ने प्रज्ञागीतों का श्रवण कराया। परिब्राजक सचिन देव और भवेश शर्मा ने वेदमंत्रोच्चारण के साथ जाग्रत तीर्थ मंदिरों का पूजन कराया।

इस मौके पर प्रधानाचार्य राजेश्वर पाठक, रामभरोसे लाल, सुखपाल शर्मा, आर्येंद्र यादव, नरेंद्रपाल शर्मा, बी ज्ञानेंद्र, संकेत शर्मा, राजेंद्र गुप्ता, मनोज शर्मा, कपिल, कल्पना मिश्रा, ममता शर्मा, उपदेश, अनेक सिंह, सुजाता माहेश्वरी, अमिता माहेश्वरी, दीप्ती शर्मा, तेजपाल, सचिन देव, धीरेंद्र सोलंकी, माया सक्सेना, रजनी, शोभना, साधना सोलंकी, भुवनेश, सुरेश मिश्रा, विपिन, सत्यपाल, रघुनाथ सिंह, श्यामनिवास आदि मौजूद रहे।

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