बदायूं। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत बंद के दौरान जमकर उपद्रव मचाया गया। उपद्रवियों ने शहर में दुकानों को जबरन बंद कराने की कोशिश की। एक सिपाही को जमकर पीटा था। उसने दुकान में घुसकर बचने की कोशिश की तो दुकान में तोड़फोड़ कर दी। इसका वीडियो भी सामने आया है। रात को जिला अस्पताल में सिपाही का मेडिकल कराया गया। जबकि देर रात एफआईआर दर्ज की गई।
आरक्षण में क्रीमी लेयर तय करने के फैसले पर प्रतिक्रिया के स्वरूप बुधवार को शहर में बड़ी तादाद में शहर में युवक एकत्र हुए। उन्होंने दुकानदारों से दुकान बंद करने को कहा था लेकिन उन्होंने दुकाने बंद करने से इन्कार कर दिया जिससे व्यापारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच नोंकझोक हो गई। हालांकि सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई जिससे वहां मामला शांत हो गया लेकिन इसके कुछ समय बाद कुछ प्रदर्शनकारी परशुराम चौक से कचहरी तिराहे की ओर आ रहे थे। महिला अस्पताल और आंबेडकर पार्क के बीच में पुलिस का बैरियर लगा हुआ था। वहां पर सिपाही आरिफ चौधरी तैनात था। उसने प्रदर्शनकरियों से दूसरी तरफ से निकलने को कहा था। इसी बात पर प्रदर्शनकारी सिपाही से भिड़ गए और उन्होंने मारपीट शुरू कर दी, जिससे सिपाही शिवपुरम मोहल्ले की ओर भाग गया। प्रदर्शनकारी भी उसके पीछे पड़ गए।
सिपाही हमलावरों से छूटकर शहर के शिवपुरम इलाके में एक मिठाई की दुकान में जा छिपा। इसी बीच हमलावरों की टोली वहां पहुँच गयी। दुकान से खींचकर सिपाही को बेरहमी से पीटा। दुकानदार बचाने आया तो उसे भी पीटकर घायल कर दिया। दुकानदार सौरभ साहू ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन खुराफाती तत्व नहीं माने। उन्होंने दुकान में रखी कोल्डड्रिंक की बोतल उठाकर सिपाही को सिर में मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। दुकान का सामान भी तोड़ा गया। वहां से गुजर रहे वाहनों के शीशे तोड़ने के साथ ही वाहन चालकों से बदसलूकी की गई।
सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंच गया, जिससे खुराफाती तत्व मौके से भाग गए। सिपाही को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिपाही की तहरीर पर बीएनसी की 7 धाराओं में 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।