बदायूं। उसहैत थाना क्षेत्र के गांव बची झझरऊ के पास सड़क किनारे मिले दो महिलाओं के शवों की शिनाख्त हो गयी है। दोनों महिलाओं के परिवार वालों ने पोस्टमार्टम जाकर दोनों उनकी पहचान की। महिलाएं कोल्ड स्टोरेज में आलू बीनने गई थी, जिसके बाद से ही लापता थीं। शिनाख्त के बाद पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराया जिसमे गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है।
थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम करीब 4 बजे दो महिलाओं की पॉलीथिन में लिपटीं लाशें मिली थीं। महिलाओं के चेहरे पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर जलाया गया जिससे उनकी पहचान न हो पाए। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर उन्हें सुरक्षित रखवा दिया था। बुधवार को अखबार की खबर पढ़कर परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और दोनों शवों की शिनाख्त की। दोनों के शवों की पहचान मिटाने के लिए चेहरों को जला दिया गया था। इसलिए उनके कपड़ों और कंगन आदि से परिजनों ने शिनाख्त की है।
शवों की शिनाख्त मुन्नी (30) पत्नी शाकिर निवासी सहबाजपुर तथा रुकसाना (35) पत्नी बबलू निवासी खेड़ा बुजुर्ग थाना सिविल लाइन के रूप में की। परिजनों ने बताया कि दोनों श्री राम कोल्डस्टोरेज में आलू बीनने का काम करती थी। तीन जनवरी को दोनों ठेकेदार रिजवाना के साथ आलू बीनने के लिए गई थी। दोपहर में खाना खाने के बाद मुन्नी व रुखसाना अचानक से गायब हो गई।
रुखसाना के पति बबलू का कहना है कि वह चार जुलाई की शाम खेड़ा नवादा पुलिस चौकी पर गया था और अपनी पत्नी के लापता होने की जानकारी दी थी। वहीं मुन्नी की शादी संभल जिले से हुई थी। उसके पति से उसकी अनमन चल रही थी और लगभग तीन साल से वह अपनी मां के पास शाहबाजपुर रह रही थी। एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने मामले के वर्कआउट के लिए स्वाट व सर्विलांस टीम को जुटाया है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।