उझानी। नगर में अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम पर प्रशासन ने शिंकजा कसा है, शुक्रवार शाम मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में नर्सिंग होम को सील कर दिया गया। बीते दिनों यहाँ आशाकर्मियों को बुलाकर गिफ्ट बांटने का मामला सामने आया था।
रविवार को नगर के अंबेडकर बाईपास पर नर्सिंग होम में आशाओं की मीटिंग बुलाकर उन्हें गिफ्ट बांटे गये थे। इस मीटिंग में मानकपुर, अब्दुल्लागंज, कछला समेत कई गांवो की आशाएं पहुंची थीं। मामला जिलाधिकारी डीएम दीपा रंजन के संज्ञान में पहुँचा तो उन्होंने जांच के लिए टीम गठित कर दी। वहीं आज शुक्रवार शाम को मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार अमित कुमार सिंह के निर्देशन में नोडल अधिकारी डा सनोज मिश्रा, प्रशासनिक अधिकारी प्रभाकर शर्मा ने नर्सिंग होम पर पहुँचे तो इलाके में हडकंप मच गया।
उन्होंने नर्सिंग होम संचालित करने के लिए वैध डिग्री व पंजीकरण के अभिलेख कागजात की पड़ताल की, जिनके न मिलने पर नर्सिंग होम को सील कर दिया। डा. सनोज मिश्रा ने बताया आरके नर्सिंग होम नाम से स्वास्थ विभाग में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है फिलहाल इसे सील कर दिया गया है। नोडल अधिकारी ने बताया कि नर्सिंग होम गिफ्ट लेने वाली आशा संगनी की पहचान की जा रही है। जांच के बाद ही आशाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बता दें क्षेत्र की कुछ आशा कार्यकर्ती निजी नर्सिंग होम और प्राइवेट हास्पिटल के लिए कमीशन एजेंट के रूप में काम कर रही हैं। आशाएं प्रसूता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाने की बजाए प्राईवेट नर्सिंग होम पहुँचा देती है। इन प्राइवेट अस्पतालों से नजराना बतौर मोटा गिफ्ट का वितरण किया जाता है