संभल। उत्तर प्रदेश के संभल की जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा में अब तक चार युवकों की मौत हो गई। घटना में बीस से अधिक पुलिस कर्मी और दो दर्जन लोग चोटिल हो गए। भीड़ ने दस से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया। हिंसा में सीओ और एसपी के पीआरओ को गोली लगी है। सड़कों से 4 ट्रॉली पत्थर हटाए गए हैं। हिंसा के बाद अगले 24 घंटे के लिए इंटरनेट, स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
कोर्ट के आदेश पर रविवार सुबह संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ सर्वेक्षण टीम जामा मस्जिद पहुंची। कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम ने मस्जिद के अंदर सर्वे का कार्य शुरू किया। जैसे ही स्थानीय लोगों को सर्वे की जानकारी मिली, नाराज मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मस्जिद के बाहर जमा हो गए। उन्होंने सर्वे का विरोध किया। भीड़ मस्जिद के अंदर जाने पर अड़ गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। अचानक पथराव शुरू हो गया, पुलिस को भागना पड़ा। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। भीड़ ने चंदौसी के सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ कर दी और आग लगा दी। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े लेकिन भीड़ काबू में नहीं आई। हालात पर काबू पाने के लिए एसपी संभल, कृष्ण बिश्नोई सड़क पर उतर आए। एक वीडियो में वह भीड़ में शामिल उपद्रवियों को समझाते हुए नजर आए। वह उनसे कह रहे हैं कि बेटा आपका भविष्य बहुत अच्छा है, नेताओं के चक्कर में अपना भविष्य बर्बाद मत करो। हिंसक बवाल के बाद जिले में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इस घटना के बाद एक दिसंबर तक बाहरी व्यक्तियों के संभल में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधियों के जिले में आने पर रोक लगा दी गई है।
बीस पुलिसकर्मी जख्मी, एक की हालत बेहद नाजुक
संभल बवाल के बीच बीस से अधिक पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। इसमें से एक की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। पुलिसकर्मी का उपचार हायर सेंटर में चल रहा है। हिंसा में सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ के पैर में गोली लगी है। संभल में मृतकों की संख्या 4 पहुंच गई है। मृतकों में नोमान, बिलाल, नईम, कैफ शामिल है। वहीं घायल अनीस और अयान को मुरादाबाद जिला अस्पताल लाया गया है। मृतकों के परिजनों का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। हालांकि कमिश्नर ने कहा, ‘पुलिस फायरिंग में कोई मौत नहीं है। हमलावरों की फायरिंग में युवकों की जान गई है।’
सर्वे टीम को टारगेट करना चाहते थे हमलावर
कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने कहा कि हमलावरों के निशाने पर सर्वे करने वाली टीम थी। हमलावर एक सुनियोजित योजना के तहत सर्वे टीम को टारगेट करना चाहते थे। बड़े पैमाने पर युवकों की जेब से चाकू और अवैध असलहे मिले हैं। मृतक नईम की जेब में भी चाकू था। हमलावरों ने पहले छतों से पुलिस टीम पर फायरिंग और पथराव किया। इसके बाद सामने से भी गोली चलाई। मरने वाले तीनों युवक हमलावर भीड़ की फायरिंग में ही घायल हुए। पुलिस फायरिंग में एक भी मौत नहीं हुई है। कमिश्नर ने कहा कि जब भीड़ सामने से फायरिंग कर रही थी। उसी दौरान वाहनों में आगजनी कर रहे युवक भी उसकी फायरिंग में चपेट में आ गए। इनमें से तीन की मौत हुई है और कुछ घायल हुए हैं। हमलावर भीड़ की फायरिंग में संभल सर्किल के सीओ के पैर में गोली लगी है। एसपी का पीआरओ भी गोली लगने से घायल हुआ है। पुलिस सभी हमलावरों को चिह्नित कर रही है। फिलहाल पूरी तरह से शहर में शांति है और फोर्स मुस्तैद है।
संभल की सड़कों पर छाया सन्नाटा
संभल शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चंदौसी चौराहा, शंकर चौराहा, अस्पताल चौराहा और यशोदा चौराहा समेत सभी प्रमुख चौराहों पर बेरिकेडिंग कर आम लोगों को रोका गया है। जो लोग इन रास्तों से गुजरने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें डाइवर्ट करके अन्य मार्गों से भेजा जा रहा है। शहर भर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
तहसील में इंटरनेट बंद
संभल में पथराव की घटना पर SP कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, ‘स्थिति नियंत्रण में है और अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है। इंटरनेट सेवाएं एक दिन के लिए बंद कर दी गई हैं। कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने कुछ वाहनों को आग लगा दी और पुलिस को निशाना बनाया गया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया। जब डीएम और डीआईजी गश्त कर रहे थे, तो दो महिलाओं ने उन पर पथराव किया और देसी कट्टे से फायरिंग की गई और एक पीआरओ के पैर में गोली लग गई। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उनके खिलाफ एनएसए के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। एफआईआर दर्ज कर ली गई है और 20-22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हिरासत में लिए गए लोगों के मोबाइल चेक किए जा रहे हैं, ताकि यह समझा जा सके कि कोई साजिश थी या नहीं।’ वहीं संभल के डीएम राजेंद्र पैंसिया ने संभल तहसील में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया है। डीएम ने कहा कि सिर्फ संभल तहसील में इंटरनेट बंद है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने बताया कि संभल तहसील क्षेत्र के सभी स्कूल बंद रहेंगे।
अल्लाह की अदालत से कोई भी नहीं बच सकता
संभल सांसद जियाउररहमान बर्क ने इलाके में फैले तनाव और पत्थरबाजी की घटना को लेकर शांति की अपील की है। उन्होंने चिंता व्यक्त हुए कहा कि वह हालात को लेकर चिंतित हैं। जो भी जानमाल का नुकसान हुआ है उसकी भरपाई नहीं की जा सकती। बर्क ने यह भी कहा कि यह घटना अंतिम फैसला नहीं है और अल्लाह की अदालत से कोई भी नहीं बच सकता। वह बेंगलुरु में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में थे लेकिन जैसे ही उन्हें हालात की जानकारी मिली उन्होंने तुरंत लौटने का फैसला लिया। बर्क ने संसद में पुलिस बर्बरता के खिलाफ संसद में आवाज उठाने का भी आश्वासन दिया।
अखिलेश यादव बोले, सरकार ने जानबूझकर हुई हिंसा
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह गंभीर घटना है। मस्जिद का सर्वे पहले ही हो चुका था लेकिन जानबूझकर सुबह फिर से सर्वे टीम को भेजा गया। ताकि माहौल खराब हो सके और चुनावी मुद्दों पर चर्चा न हो पाए। जब मस्जिद का सर्वे पहले ही किया जा चुका था तो सरकार को फिर से इसकी क्या जरूरत पड़ी। वह भी बिना किसी तैयारी। अखिलेश ने इस घटना को बीजेपी सरकार और प्रशासन की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी हुआ वह प्रशासन की तरफ से जानबूझकर किया गया ताकि चुनावों में हो रही धांधली और व्यापारी मामलों पर कोई चर्चा न हो सके। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि उसने जानबूझकर हिंसा को बढ़ावा दिया ताकि राजनीतिक मुद्दों पर किसी प्रकार की बात न हो सके।