उझानी। कस्तूरबा स्कूल में छात्राओं ने आरोप लगाया कि वार्डेन उनसे साफ-सफाई करवाती है। साथ ही खान पान में भी कमी रखती है। जब वार्डन का आदेश मानने से मना किया छात्राओं को बाहर निकाल दे दिया। वहीं कस्तूरबा की वार्डेन ने अपने ऊपर लगे आरोप से इंकार किया है।
उझानी क्षेत्र के छुतईया गाँव में आवासीय कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय है। छात्राओं का आरोप है कि यहाँ वार्डेन ममता यादव द्वारा उनके साथ अभद्रता की जाती है। वार्डन छात्राओं से स्कूल की साफ-सफाई के साथ साथ अपने कपडे भी धुलवाती हैं। छात्राओं को आरोप है कि बुधवार रात को वार्डन ने अपने निजी कामों के लिए हमे बुलाया था लेकिन जब हमने काम करने से इनकार कर दिया तो रात 11 बजे हॉस्टल से बाहर निकाल दिया।
छात्राओं का कहना है कि हॉस्टल में मौजूद अन्य शिक्षिकाओं ने मामले में दखल दिया। जिसके बाद उन्हें वापस हॉस्टल में बुला लिया गया। इस मामले की जानकारी गुरुवार सुबह छात्राओं ने अपने अभिभावकों को फोन पर दी तो अभिभावक स्कूल पहुंच गए। उन्होंने वार्डेन के खिलाफ धरना देकर कार्रवाई की मांग की। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुँच गयी।
वहीं वार्डन का कहना है कि छुतईया की छात्राएं पढाई के बाद अपने घर जाने की बात करती हैं, मना करने के बाद छात्राएं अनर्गल आरोप लगा रही हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल स्टॉफ द्वारा छात्राओं को भड़काया जा रहा है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा महेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है। जो तथ्य निकल कर सामने आएंगे उनके अनुसार ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।