उझानी। कोतवाली क्षेत्र के गाँव में नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले में पुलिस का गैर जिम्मेदाराना रवैया सामने आया है। पीड़ित परिवार की शिकायत के वाबजूद पुलिस मामले को न सिर्फ लगातार पीड़ित परिवार को गुमराह करती रही बल्कि आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही से बचती रही।
उझानी कोतवाली क्षेत्र के गांव प्रमिलानगर में 17 मई को दबंगो ने एक नाबालिग लड़की को अगवा कर लिया। पीड़ित पिता के मुताबिक उनकी 13 वर्षीय लड़की अपने छोटे भाई-बहन के साथ खेत पर गयी थी, वहां से चार दबंग उसे जबरन उठाकर ले गए। नाबालिग लड़की के पिता उसी रात 10:30 बजे कोतवाली पहुंचकर अपनी आपबीती बताई और मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज कर ली, पीड़िता के पिता का आरोप है कि उन्होंने कोतवाली क्षेत्र के गाँव भैंसोरा निवासी राजीव यादव, देवेन्द्र यादव, तेजपाल यादव और गाँव रायपुर निवासी संतोष यादव के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था लेकिन पुलिस ने केवल राजीव यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यहां तक कि दरोगा ने फटकारते हुए कहा कि लड़की को एक युवक उठाकर ले जाएगा, चार नहीं।
इस मामले में अब पुलिस का कहना है कि अपह्रत लड़की और आरोपी ने 4 जून को इलाहाबाद के आर्य समाज मंदिर में शादी करने के बाद 20 जून को उच्च न्यायालय इलाहाबाद से स्टे प्राप्त कर लिया है। वहीं लड़की के पिता के मुताबिक पुलिस ने जानबूझकर 17 मई से 4 जून तक मामले को लटकाए हुए रखा था, 20 दिन तक पुलिस ने कुछ नहीं किया। आरोपियों से सौदेबाजी कर उनकी गिरफ्तारी नहीं की गयी जबकि वो लोग गाँव में मौजूद थे और अब पुलिस शादी की कहानी बता रही है।
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वहीं अब इस मामले में कुछ ऑडियो भी सामने आये हैं। जिसमे पुलिस का गैर जिम्मेदाराना रवैया सामने आया है। पीड़ित पिता रामदास के मुताबिक एक रात 2 बजे नकाबपोश दबंगों ने घर मे घुसकर गाली गलौच, मारपीट की और उनके बड़े बेटे को उठाकर ले जाने लगे, जब परिवार के लोगों ने शौर मचाया तो गाँव वाले भी घर से बाहर आ गए इसके बाद दबंगों ने लड़के को एक खेत में छोड़ भाग गए। रामदास का कहना है कि आरोपी उनके परिवार को लगातार धमका रहे हैं। रामदास ने इस घटना की तहरीर भी थाने में दी। इस घटना के बाद रामदास ने फोन कर हल्का दरोगा को जानकारी दी। रामदास ने कहा कि भैंसोरा गाँव के लोग उनके बच्चों को धमका रहे हैं, जवाब में दरोगा ने कहा कि पुलिस लगवा लो। जहाँ एक ओर पीड़ित रामदास के परिवार के दबंगो की तरफ से लगातार धमकियाँ मिल रही हैं वहीं दरोगा पीड़ित परिवार को पंखे की ठंडी हवा खिला रहे हैं।
यहाँ ऑडियो: पीड़ित परिवार को गुमराह करती रही पुलिस
वहीं 25 जुलाई, बुधवार को जब पीड़ित परिवार कोतवाली पहुंचा तो वहां उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। करीबन डेढ़ माह पहले कोतवाली का चार्ज संभाले हुए विनोद कुमार ने लड़की के पिता को फटकारते हुए कहा कि मैं क्षेत्र में नया हूँ, उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। जबकि पीड़ित पिता के मुताबिक घटना के सम्बन्ध में दो बार कोतवाल से मिल चुके हैं। उन्होंने बताया कि कोतवाल ओर दरोगा ने उन्हें अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए थाने से भगा दिया। पीड़ित पिता ने बताया कि कोतवाल ने कहा कि जहाँ जाना है चले जाओ, मामला वापस हमारे पास ही आएगा।