लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। ट्रैफिक पुलिस द्वारा 2000 रुपए का चालान कटने पर एक युवक ने अपनी बाइक में आग लगा दी। आग लगाने के बाद युवक पास की एक दुकान पर जाकर बैठ गया और बाइक को जलता देखता रहा। बाद में उसने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की है।
सदर कोतवाली क्षेत्र के राजापुर पुलिस चौकी के पास तैनात ट्रैफिक पुलिस जवान गाड़ियों का चालान कर रहे थे। इसी दौरान राजापुर गांव का निवासी गोलू पुत्र लफड़ू अपने दो दोस्तों गजनी और हर्षित के साथ जा रहा था। बाइक चलाने वाला युवक हेलमेट नहीं लगाया था। ट्रैफिक पुलिस के सिपाहियों ने उसे रोक लिया और दो हजार रुपए का चालान काट दिया।
गाड़ी से पेट्रोल निकालकर लगाई आग
चालान कटने के बाद गोलू अपने साथियों के साथ मौके से चला गया। करीब 1 घंटे बाद वो फिर से वापस आया। उसने अपनी गाड़ी स्टेट हाईवे के राजापुर में बीच चौराहे पर रोकी। गाड़ी से पेट्रोल निकाला। फिर उसमें आग लगा दी। खुद एक दुकान पर बैठकर अपनी गाड़ी को जलते हुए देखता रहा।
अचानक बाइक जलती देख अफरा तफरी का माहौल हो गया। सभी राहगीर कुछ देर जहां के तहां ठहर गए। जिससे सड़क पर जाम लग गया। पुलिस चौकी से सिपाही मौके पर पहुंचे और किसी तरह आग बुझाई। इसके बाद गोलू को पकड़ लिया गया। गोलू का आरोप है कि सिपाही उससे 500 रुपये मांग रहे थे। जब उसने रुपये देने से मना किया तो उसका चालान काट दिया। इससे नाराज होकर अपनी बाइक आग लगा दी।
इस मामले में गोलू ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर पूरे प्रकरण से अवगत कराया है। प्रार्थना पत्र में उसने कहा है कि ट्रैफिक के सिपाहियों को 500 रुपये न देने पर उसका चालान काट कर बिना किसी गुनाह न सिर्फ परेशान किया गया, बल्कि उसे सिपाहियों ने पीटा भी है। पुलिस उसे फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दे रही है। उसने प्रार्थना पत्र में यह भी लिखा है कि ट्रैफिक एसआइ जिस सरकारी जीप से चलते हैं, उसके कागज भी पूरे नहीं है तो उन पर कार्यवाही क्यों नहीं होती। डीएम ने मामले में जांच कराकर कार्यवाही का आश्वासन दिया है।