बदायूं। कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद आँखों की रोशनी गवां चुके लेखपाल के परिवार को अब तक प्रशासन-शासन से कोई मदद नहीं मिली है। वहीं अब जिलाधिकारी के रवैये के खिलाफ लेखपाल पत्नी ने धरना शुरू कर दिया है। महिला का आरोप है कि वैक्सीन लगने के बाद उसके पति की आँखों की रोशनी जा चुकी है और डीएम इसे नाटक बता रही हैं।
सिविल लाइंस क्षेत्र की वन विभाग कॉलोनी निवासी ऐश्वर्य कुमार शर्मा लेखपाल पद पर बिसौली इलाके में तैनात हैं। लेखपाल की पत्नी प्रभा मिश्रा का कहना है कि उनके पति को 12 फरवरी को तहसील परिसर में कोरोना टीका लगा था। इससे उनकी आंखों में इंफेक्शन हो गया। इन्फेक्शन के बाद उन्होंने लेखपाल को जिला अस्पताल दिखाया, उसके बाद बरेली में उनका इलाज कराया लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो इसके बाद अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में उनका इलाज चला। फिर उन्हें दिल्ली एम्स ले जाया गया। जहाँ लेखपाल की आंखों का ऑपरेशन हुआ लेकिन उनकी आँखों में बढ़ते इन्फेक्शन पर काबू न पाया जा सका और लेखपाल की आँखों की रोशनी चली गयी।
लेखपाल की पत्नी का कहना है कि दिल्ली में डॉक्टर ने उन्हें बताया है कि कोरोना वैक्सीन की वजह से आँखों की रोशनी पर असर हुआ है। उनकी मांग है इस मामले की जाँच कर कार्रवाई की मांग की, साथ ही लेखपाल का उचित इलाज भी करवाया जाए। मामला संज्ञान में आने के बाद जिला प्रशासन ने भी लेखपाल की मेडिकल जांच संबंधी सभी रिपोर्ट शासन को भेज दी। डीआईओ डॉ. मोहम्मद असलम का कहना है कि हजारों लोगों कि वैक्सीन लग चुकी है, लेखपाल को इन्फेक्शन कैसे हुआ इसे लेकर विशेषज्ञ ही कुछ कह पाएंगे।
वहीं कई दिन से डीएम दीपा रंजन से मुलाकात के लिए भटक रही प्रभा मिश्रा अपने लेखपाल पति के साथ शनिवार सुबह कलक्ट्रेट पहुंची। जहाँ उन्होंने इस प्रकरण से डीएम को अवगत करवाया। लेकिन कुछ देर बाद दोनों बाहर आकर धरने पर बैठ गए। प्रभा मिश्रा का आरोप है कि मेरे पति की आँखों की रोशनी जा चुकी है और डीएम ने मुलाकात कर इसे नाटक बताया है। अगर इन्फेक्शन बढ़ने की वजह से कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी डीएम की होगी।