उझानी (बदायूं)। एक तरफ जहां शासन और प्रशासन द्वारा स्वच्छ भारत मिशन योजना का संचालन कर नगर तथा मोहल्लों को साफ-सुथरा बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ नगर की पॉश बस्तियों में ही कूड़ा डम्प किया जा रहा है। गंदगी की शिकायत पर नाराज मंडलायुक्त ने अधिशासी अधिकारी पर कार्यवाही की बात कही है।
प्रदेश की योगी सरकार द्वारा सफाई का अभियान चलाया जा रहा है, हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत का अभियान चलाया था। लेकिन नगर की सूरत जरा भी नहीं बदली है। मोहल्ला भर्रा टोला, सहसवान रोड़ पर सड़क किनारे ही कूड़े का अंबार लगा है। नपा कर्मचारी आस पड़ोस का कूड़ा लाकर यहाँ जमा करते हैं, जिसके एक सप्ताह बाद कूड़े को जेसीबी से उठावाया जाता है। कई बार तो महीनों तक सफाई नहीं होती। इस वक्त के बीच सड़क किनारे जमा हुए कूड़े से उठने वाली दुर्गंध से राहगीरो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते यहां आवारा जानवरों के झुंड जमा रहते हैं।
स्थानीय निवासियों ने कई बार पालिका प्रशासन से नियमित सफाई के साथ-साथ कूड़ा उठान कर उसे नगर से दूर डलवाने की मांग की है लेकिन सुनवाई नहीं हुई। गंदगी सड़क पर पड़ी होने से वाहनों के आवागमन से दूर तक फैल जाती है। यहाँ से गुजरने वाला नाला भी पूरी तरह गंदगी व कूड़े-करकट से अटा पड़ा है।
वहीं नवागत अधिशासी अधिकारी ने डीके राय ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आते ही कार्यवाही की जाएगी। पालिका में सीमित संशाधन की वजह से अगर कहीं कूड़ा जमा किया जा रहा है तो कुछ ही वक्त में उसे वहां से साफ करवा दिया जाएगा। नगर में सफाई की व्यवस्था पूरी तरह सुनिश्चित की जाएगी।
गौरतलब है मंगलवार को बदायूं में संपूर्ण समाधान दिवस में गंदगी की शिकायत मिलने पर मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद ने ईओ संजय तिवारी को तलब करते हुए कड़ी फटकार लगाई थी। इसका असर बुधवार को यह हुआ कि ईओ ने जेई समेत चार लोगों से स्पष्टीकरण मांगते हुए एक सफाई नायक को निलंबित कर दिया था। जिसके बाद मंडलायुक्त के आदेश पर ही बदायूं के मौहल्ला खंडसारी में सफाई भी करवा दी गयी। उम्मीद है उझानी नगर पालिका भी नगर में फैली गंदगी की ओर ध्यान देगी।