चंदौसी (संभल)। उत्तर प्रदेश में बच्चा चोरी की अफवाह के चलते उन्मादी भीड़ अब सड़क पर ही हत्याएं कर रही है। संभल जिले में पेट दर्द से तड़प रहे भतीजे को इलाज के लिए ले जा रहे दो सगे भाईओं को उन्मादी भीड़ ने बच्चा चोर समझकर लाठी-डंडों से बुरी तरह से पीट दिया। पिटाई से एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा भी मरणासन्न हालत में पहुंच गया। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक और मामले में एक वृद्ध महिला को भी भीड़ ने शिकार बनाया।
चंदौसी के कुढ़ फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के छाबड़ा गांव निवासी त्रिलोकी के सात वर्षीय बेटे रवि को सुबह दस बजे उल्टी-दस्त शुरू हो गए। उन्होंने रीठ गांव के एक निजी चिकित्सक से दवाई दिलाई, लेकिन फायदा नहीं हुआ। दोपहर को उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद त्रिलोकी के दो भाई रामौतार और राजू अपने भतीजे रवि को मोटरसाईकल पर बैठाकर चंदौसी के अस्पताल में उपचार के लिए निकल पड़े। दोपहर एक बजे जब दोनों भाई भतीजे को लेकर असालातपुर जरई गांव से गुजर रहे थे तो वहां मौजूद ग्रामीणों की नजर उन पर पड़ गई। पेट दर्द से चीख रहे बच्चे को देखकर ग्रामीणों को लगा कि उसे जबरन उठा कर ले जाया जा रहा है।
रामौतार और राजू को बच्चा चोर समझकर ग्रामीण ने शोर मचाना शुरू कर दिया। आनन-फानन में भीड़ मौके पर इकठ्ठा हो गई। बच्चा चोरी के शक में दोनों भाइयों को बिना पूछताछ के ही लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। दोनों को इतनी बेरहमी से पीटा गया कि उनकी कपड़े तक फट गए। इस बीच दोनों गुहार लगाते रहे कि बच्चा उनका भतीजा है, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी।
पढ़े: उझानी में बच्चा चोरी का शोर, लोगों ने मानसिक रूप से कमजोर को पीटा
इस बीच, मौके पर पहुंची डायल-100 की टीम भी दोनों को बचा नहीं सकी। पुलिस के सामने ही भीड़ दोनों को पीटती रही। दोनों को पीट-पीटकर अधमरा करने के बाद छोड़ा। अस्पताल ले जाते वक्त राजू ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया, जबकि रामौतार गंभीर हालत में भर्ती है।
मॉब लिंचिंग की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह, एडीएम लवकुश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद, एएसपी आलोक जायसवाल सहित कई आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। आईजी रमित शर्मा ने भी शाम को मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। एसपी संभल यमुना प्रसाद ने बताया कि घायल युवक की तहरीर के आधार पर चार नामजद समेत 10-12 अज्ञात के खिलाफ हत्या और बलवे जैसी धाराओं में मामला दर्ज करके चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पढ़े: जिले में नहीं हुई बच्चा चोरी की घटना, अफवाहों से बचिए
पुलिस प्रशासन लगातार अफवाहों से बचने की अपील कर रहा है। लेकिन भीड़ सुनने को तैयार नहीं हैं। ऐसा ही मामला गुन्नौर के एक कस्बे का है, जहाँ मानसिक रूप से कमजोर वृद्दा को भीड़ ने पीटना शुरू कर दिया। जब एक चिकित्सक ने महिला को बचाने बचाया तो गुस्साई भीड़ ने उसकी बेंच तोड़ डाली। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया है।