बदायूं। शहर में डॉक्टर दंपति को बंधक बनाकर लूट की वारदात में सदर कोतवाल समेत सात पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने सदर कोतवाल राजीव तोमर समेत सात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है।
सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला जोगीपुरा में गोआश्रय स्थल के नजदीक डॉ. सुरेंद्र गोविल और उनकी पत्नी डॉ. मृदुला गोविल का शिव कुटीर नाम से क्लीनिक है। क्लीनिक के अंदर ही उनका आवास हैं। उनके दो बेटे हैं। उनमें एक डॉ. गीतेश गोविल नोएडा में कॉर्डियोलॉजिस्ट हैं जबकि दूसरा बेटा गुड़गांव में रहता है। बुधवार शाम करीबन 7 बजे डॉ. एसएन गोविल बरामदे में बैठे हुए थे जबकि उनकी पत्नी डॉ. मृदुला गोविल भीतर से चाय बनाकर ला रही थीं। उनका मुख्य दरवाजा खुला हुआ था, इसी दौरान पांच-छह बदमाश मरीज बनकर क्लीनिक में पहुंचे। एक बदमाश ने कमर में दर्द बताया तो दूसरे ने बुखार की समस्या बताई। इस पर डॉक्टर ने उनसे कहा कि वह कल आएं। इस समय कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है। यह सुनकर बदमाशों ने उनकी कनपटी पर तमंचा तान दिया और उन्हें पकड़कर घर के अंदर ले गए।
बदमाशों ने घर का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और डॉक्टर दंपती के हाथ टेप से बांध दिए और उन्हें कुर्सी पर बैठाकर असलाहे तान दिए। उनकी गले की चेन व कुंडल के अलावा अलमारी में रखे तकरीबन 40 हजार रुपए लूट लिया। साथ ही दंपति पर अन्य अलमारियों की चाबियां देने का दबाव बनाने लगे। इसी दौरान शहर के वरिष्ठ अधिवक्ता तरित माथुर इत्तेफाक से दंपती के दरवाजे पर पहुंचे, पहले उन्होंने दरवाजा खटखटाया। जब अंदर से आवाज नहीं आई तो उन्होंने डॉक्टर को कॉल की लेकिन बदमाशों ने उन्हें कॉल रिसीव नहीं करने दी। इसके बाद बदमाश दूसरे दरवाजे से निकलकर भाग गए।
वहीं बदमाशों के भागने के बाद डॉ. मृदुला ने मुख्य दरवाजे तक पहुंचीं। उन्होंने बाहर खड़े अधिवक्ता को भीतर से घटनाक्रम बताया तो वे किसी तरह गेट खोलकर भीतर आए और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने डॉक्टर दम्पत्ति से घटनाक्रम के बारें में जानकारी ली।
सदर कोतवाल समेत 7 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि इस मामले लापरवाही की जांच की गयी। सीओ की रिपोर्ट में सदर कोतवाल राजीव तोमर, इंस्पेक्टर क्राइम सहंसवीर सिंह, एसआई उपदेश कुमार, एसआई विनय कुमार, हेड कांस्टेबल सुमित कुमार, बीट का सिपाही विक्रांत कुमार समेत यूपी 112 की पीआरवी पर तैनात सिपाही कमल किशोर की लापरवाही उजागर हुई। इस ड्यूटी में लापरवाही समेत अफसरों को वारदात की सूचना समय पर न देने का आरोप है। मामले की विभागीय जांच एसपी देहात को सौंपी गई है।