बदायूं। आखिरकार जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चंद्रा के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव सोमवार को पारित हो गया। जिला पंचायत भवन पर हुई बैठक में हुए मतदान में 36 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया और जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी चली गई। समाजवादी पार्टी की जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चंद्रा को कुर्सी से हटाने के लिए भाजपा ने मोर्चा खोला था।
यूपी में भाजपा की सरकार बनने के तुरंत बाद से ही मधु चंद्रा को हटाने की जद्दोजहद चल रही थी जिसमें भाजपा कामयाब हो गई है। जिला पंचायत सदस्य प्रीति सागर ने अपने बेटे बिसौली विधायक कुशाग्र सागर व अन्य भाजपा नेताओं तथा 35 सदस्यों के साथ अविश्वास प्रस्ताव के लिए हस्ताक्षरित पत्र जिला मजिस्ट्रेट को सौंपा था। जिसके बाद आज का दिन मतदान के लिए तय किया गया था। जिला पंचायत भवन पर सोमवार सुबह से ही भारी संख्या में पुलिस प्रशासन की तैनाती की गई थी। सिर्फ पंचायत सदस्यों को ही अंदर जाने की अनुमति दी गई।
एडीजे रमा शंकर की निगरानी में अविश्वास प्रस्ताव पर सुनवाई शुरू की गई। निर्धारित समय तक जिला पंचायत के कुल 51 सदस्यों में से 45 सदस्य जिला पंचायत हॉल में पहुंचे और उसमें से 36 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया। इसके साथ ही मधु चंद्रा की हार सुनिश्चित हो चुकी थी।
इसके बाद अधिकारियों ने अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने पर मुहर लगा दी। शासन और राज्य निर्वाचन आयोग को इस मतदान और अविश्वास प्रस्ताव की पूरी जानकारी भेज दी गई है। जिला पंचायत के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए तारीख घोषित की जाएगी, लेकिन इतना तय है कि नया जिला पंचायत अध्यक्ष अब बीजेपी समर्थित ही होगा। वहीं अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद ढोल नगाड़ों के साथ भाजपा नेता जश्न मनाते हुए नजर आए।