उझानी(बदायूं)। बदायूं-दिल्ली हाईवे किनारे नाला न होने से जलभराव की समस्या से जूझ रहे गांव हजरतगंज के लोगों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि नाला नहीं हैं तो वोट नही किया जाएगा।
ब्लॉक क्षेत्र के गांव हजरतगंज में गांव से होकर गुजर रहे हाइवे के किनारे नाला नहीं हैं। इस गांव की सड़कों पर हमेशा पानी भरा रहता है। नाला न होने की वजह से पानी का निकास नहीं हो पाता। बीते चार वर्षों से ग्रामीण लगातार नाले की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रतिनिधि बस चुनाव के समय विकास के वादे करके चले जाते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार जिम्मेदार लोगों से शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। गांव के छोटेलाल, उमेश शर्मा, रामदास आदि का कहना है कि हाइवे को बने हुए करीब चार वर्ष गुजर गए लेकिन नाला नहीं बनाया गया। इसे गांव का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। इससे उठने वाली दुर्गंध से लोग परेशान हो रहे हैं। इस मार्ग से दो पहिया वाहन चालक, बच्चे व बुजुर्ग नाली के पानी में अक्सर फिसलकर गिरने से चोटिल हो जाते हैं। बारिश में हालत ज्यादा खराब हो जाते हैं, गंदा पानी घरों में दाखिल होता है।
वहीं मनोज कुमार ने बताया कि उन्होंने तीन बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत कर की है, ट्विटर पर सीएम को टैग कर जलभराव का वीडियो भी पोस्ट किया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। बारिश के दिनों में घरों में पानी भरने की वजह से यहाँ लोगों के घरों में खाना नहीं बनता है। स्थानीय बीजेपी विधायक ने नाले का आश्वासन दिया था लेकिन चुनाव जीतने के बाद वो नजर नहीं आए। इसीलिए अब चुनाव बहिस्कार का फैसला किया है।
ग्रामीण विकास ने बताया कि हमारे छोटे-छोटे बच्चे हैं, वो स्कूल जाते हैं तो सड़क पर गिरते हैं। गांव में अधिकारी, नेता आकर चक्कर लगा जाते हैं लेकिन समाधान कोई नहीं करता। गांव के बुजुर्ग ने बताया कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की वजह से हम गंदगी में रहने को मजबूर हैं, अगर कोई भी नेता वोट मांगने आएगा तो काले झंडे दिखाएंगे। राखी ने कहा कि हमारी समस्या पर कोई सुनवाई नहीं हुई, इस बार वोट नहीं देंगे।
इनकी रही मौजूदगी
चुनाव बहिष्कार की चेतावनी के दौरान गांव के सोहन पल, रतन बाबू, प्रेमपाल रोहित, सूरज, सुशीला, द्रोपदी, राजकुमारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे।