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समाजवादी पार्टी से अलग हुए अनिल यादव, पत्नी पंखुड़ी पर सपा नेता की अभद्र टिप्पणी से आहत

लखनऊ। समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाली पंखुड़ी पाठक की एक पोस्ट पर अभी विवाद थमा भी नहीं था। वहीं पंखुड़ी पाठक के पति अनिल यादव ने भी इस पूरे घटनाक्रम के बाद समाजवादी पार्टी छोड़ दी है। अनिल यादव ने पत्नी के साथ हो रही गाली-गलौच के बाद पार्टी के रुख को देखते हुए शनिवार सुबह पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया।

शुक्रवार को कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें प्रियंका गाँधी वाड्रा और अखिलेश यादव की तुलना की गयी। इस पोस्ट के माध्यम से यह बताने की कोशिश की गई थी जब प्रियंका किसी पीड़ित परिवार से मिलने जाती हैं तो उनका क्या अंदाज होता है और जब अखिलेश जाते हैं तो उनका क्या अंदाज होता है। इसके साथ ही तस्वीर में ‘समाजवाद बनाम समाजवाद का लिफाफा’ लिखा हुआ था। पंखुड़ी पाठक द्वारा ये पोस्ट शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर बवाल मच गया।

पंखुड़ी पाठक की इस पोस्ट पर समाजवादी पार्टी के समर्थक टूट पड़े, उनकी जमकर आलोचना हुई। यहाँ तक बात सब ठीक थी। इस बीच पंखुड़ी ने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया, उसमें अरुण कुमार यादव नामक एक व्यक्ति ने लिखा है, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी ने इस बालिका(पंखुड़ी पाठक ) को पार्टी में बहुत इज्जत दी लेकिन ये पार्टी का नमक खाकर दूसरी पार्टी में चली गई, पर रखैल तो यदुवंशी परिवार की है, इस तरह की पोस्ट क्यों कर रही है। उन्होंने आगे लिखा, आदमी कितने भी दुःख में हो जब भगवान स्वरुप कोई इंसान घर पर आ जाए तो सब गम भूल जाता है। अरुण यादव की प्रोफाइल के मुताबिक वो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्त्ता हैं।

कांग्रेस पंखुड़ी पाठक ने लखनऊ पुलिस से इसकी शिकायत की। योगी सरकार में सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने भी ट्विट कर कार्रवाई करने को कहा। मामले में पुलिस कमिश्नर के आदेश पर हजरतगंज पुलिस ने फेसबुक यूजर अरुण कुमार यादव के खिलाफ आईटी एक्ट सहित अन्य धाराओं ने रिपोर्ट दर्ज की गई।

इसके बाद पंखुड़ी पाठक ने एक और स्क्रीन शॉट साझा किया। जिसमे शुभम यादव नाम का एक शख्स अभद्र टिप्पणी करता हुआ नजर आया। उन्होंने इसकी शिकायत भी जौनपुर पुलिस से की है।

वहीं शनिवार सुबह को पंखुड़ी यादव के पति और समाजवादी पार्टी के साथ जुड़े रहे अनिल यादव ने समाजवादी पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया। करीब दस साल से समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे अनिल ने पत्नी के साथ हो रही गाली-गलौच पर पार्टी के रुख को लेकर नाराजगी व्यक्त की। अनिल ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक पत्र साझा किया है, जिसमें वह पार्टी छोड़ने की बात कह रहे हैं। उन्होंने लिखा कि जिस शख्स ने पंखुड़ी पाठक के साथ बत्तमीजी उसके खिलाफ पार्टी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई है बल्कि लोग मुझे ही पंखुड़ी को समझाने को कह रहे हैं। आज सुबह मुझे समाजवादी पार्टी के आधिकारिक व्हाट्सअप ग्रुप से निकाल दिया गया। इसीलिए मैं समाजवादी पार्टी की प्राथमिक और आजीवन सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ।

अनिल यादव ने आगे लिखा कि समाजवादी पार्टी ने उन्हें बहुत सम्मान दिया लेकिन यकीन मानिए अपमान में भी कोई कसर नहीं छोड़ी गयी है। जिस पार्टी में हम अपने घर की महिलाओं के सम्मान की अपेक्षा नहीं कर सकते, उससे सर्वसमाज के सम्मान और उत्थान की क्या उम्मीद रखना?

उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि मै समाजवादी पार्टी से कॉलेज के दिनों से जुड़ा रहा हूँ, इसे छोड़ना आसान नहीं था। मैंने पार्टी की दी गयी हर जिम्मेदारी को निभाया है। लेकिन कल मेरी पत्नी के पोस्ट पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अभद्र टिप्पणी की हैं। मुझे उम्मीद थी कि इसके खिलाफ पार्टी की ओर से कार्रवाही होगी लेकिन पार्टी के लोगों द्वारा मुझे ही पत्नी को समझाने की नसीहत दी जा रही है। मै जब घर की महिला की सुरक्षा सुनश्चित नहीं कर सकता हूँ इसीलिए मैंने पार्टी से इस्तीफा दिया है। मैं अपने साथियों से कहना चाहता हूँ कि सम्मान और परिवार के सामने राजनीति बहुत छोटी चीज है, राजनीति विचारधारा कीजिए और जहाँ आपका अपमान हो रहा हो वहां दूसरा रास्ता चुन लीजिये।

वहीं अनिल यादव के समाजवादी पार्टी छोड़ने के बाद पंखुड़ी पाठक ने ट्विट कर लिखा कि 2017-2018 के बीच समाजवादी पार्टी के कुछ कार्यकर्ता राजनैतिक षडयंत्र के तहत मुझपर जातिसूचक व महिला विरोधी टिप्पणियां करते रहे। मैंने यह बात अखिलेश व डिंपल यादव जी के सामने रखी ही नहीं, उन्हें अपने हाथ से उन लोगों की लिस्ट सौंपी। महीनों इंतजार के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अगर समाजवादी पार्टी के कुछ सज्जन लोग सोचते हैं कि अब गालीबाज़ों पर कार्रवाई होगी तो माफ करिए आप अपनी पार्टी के नेतृत्व को जानते ही नहीं। मौजूदा नेतृत्व में उसूलों के लिए खड़े होने का दम नहीं है। इनसे बहुत बेहतर आप जैसे कार्यकर्ता हैं जो गलत को गलत कहने की हिम्मत रखते हैं।

 

बता दें पंखुड़ी पाठक कुछ समय पहले तक समाजवादी पार्टी का हिस्सा थीं। वह अखिलेश यादव और डिंपल यादव की करीबी मानी जाती थीं। उन्होंने कुछ विवादों के चलते समाजवादी पार्टी को अलविदा कहते हुए कुछ समय बाद कांग्रेस की सदस्यता ले ली। इसके बाद से वह मीडिया में पेनलिस्ट के तौर पर कांग्रेस का पक्ष रखते हुए नज़र आती हैं। पंखुड़ी पाठक छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हैं। दिल्ली के हंसराज कॉलेज में वह कांग्रेस स्टूडेंट यूनियन की जॉइंट सेक्रेटरी रही हैं। लॉ की पढ़ाई पढ़ चुकीं पंखुड़ी पाठक दिल्ली की रहने वाली हैं और सोशल मीडिया पर भी खासी सक्रिय रहती हैं। दिसंबर 2019 में उन्होंने सपा नेता रहे अनिल यादव से शादी की थी।

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