उझानी। उझानी में निकाय चुनाव में अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रत्याशियों ने खूब जोर लगा दिया है। नुक्कड़ सभा के साथ घर-घर जाकर वोट देने की अपील की जा रही है। इस बीच बागी प्रत्याशी निर्दलीय ही मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। हैरानी की बात है कि पार्टी के दूसरे नेता भी अपने ही भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं।
उझानी नगर पालिका में 25 वार्ड है। कई वार्डों में भाजपा के सभासद पद के प्रत्याशियों को अपनी ही पार्टी से बागी हुए लोगों का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा से टिकट न मिलने पर लोग निर्दलीय चुनाव मैदान में है। भाजपा ने वार्ड संख्या-06 से मोहित प्रभाकर को अपना प्रत्याशी बनाया है। मोहित के आलावा इस वार्ड से अन्य 5 प्रत्याशी भी मैदान में हैं।
मोहित बचपन में ही आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से जुड़े हुए हैं, साल 2007 से भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर सक्रिय हैं। उन्होंने पार्टी में पूर्व जिला प्रवक्ता अनूसूचित मोर्चा, पूर्व नगर अध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा, बूथ अध्यक्ष का दायित्व भी निभाया है। मोहित प्रभाकर नगर पालिका से नामित सभासद भी रह चुके हैं, सामाजिक कार्यों में भी उनकी सहभागिता किसी से छुपी नहीं है। बीते कोविड काल में उन्होंने नगर में विशेष तौर पर सैनेटाइजेशन का अभियान चलाया था।
यही वजह है कि तमाम दावेदारों को पीछा छोड़ते हुए भाजपा ने उन्हें सभासद का प्रत्याशी बनाया। हालाँकि अब यह उनके ही पार्टी के नेताओं को रास नहीं आ रहा है। सोशल मीडिया में एक वीडियो सामने आया है जिसमे कुछ भाजपा नेता एक दूसरे प्रत्याशी के समर्थन में न सिर्फ वोट मांग रहे हैं बल्कि उसके पोस्टर भी दीवारों पर चिपका रहे हैं। मोहित ने जब इस पर आपत्ति व्यक्त की तो नेता मुस्कुराते हुए नजर आए।
बताया जाता है कि जिस बागी नेता के समर्थन में यह प्रचार चल रहा है, उनका नाम भी टिकट के लिए भेजा गया था हालाँकि भाजपा ने मोहित पर दांव लगाया जिसके बाद नेताजी बागी होकर मैदान में आ गए। मोहित के खिलाफ बगावत में कई बड़े नेता भी शामिल हैं। उनके घरों-दफ्तरों से यह पठकथा लिखी जा रही है। वहीं मोहित ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत पार्टी के शीर्ष नेताओं से की है। फिलहाल मेरा पूरा ध्यान अपने चुनाव पर है, लोगों का अपार समर्थन भी मिल रहा है। वार्ड में लोगों का हित ही उनके लिए सर्वोपरि है।