उझानी। नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद पर भाजपा की उम्मीदवार पूनम अग्रवाल ने जीत हासिल कर अपना गढ़ बचा लिया है। उन्होंने सपा समर्थित प्रत्याशी रजनीश गुप्ता को करारी शिकस्त दी, पूनम की यह लगातार चौथी जीत है। इस जीत के साथ ही उन्होंने तमाम कयासों को पस्त करते हुए भितरघातियों को भी ढेर कर दिया है।
शनिवार को नवीन गल्ला मंडी में शुरु हुई निकाय चुनाव की मतगणना में कुल 6 राउंड में भाजपा उम्मीदवार पूनम अग्रवाल को 14798 को वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार रजनीश गुप्ता को 9329 वोट मिले। इस तरह पूनम अग्रवाल ने रजनीश गुप्ता को 5269 वोट से हराया।
पहले ही राउंड से बनाई बढ़त
नवीन गल्ला मंडी में मतदान के दौरान पूनम अग्रवाल ने पहले राउंड से ही बढ़त बना ली और यह बढ़त 5 राउंड तक बढती चली गयी। पूनम अग्रवाल को पहले राउंड में 2301 और रजनीश गुप्ता को 1220 वोट मिले, इस तरह पूनम को पहले राउंड में 1081 को बढ़त मिली। रजनीश गुप्ता केवल एक ही राउंड में पूनम अग्रवाल से आगे निकल पाए। इस आखिरी 6वें राउंड में रजनीश गुप्ता को 1716 और पूनम अग्रवाल को 1302 वोट मिले हालाँकि इससे पूनम अग्रवाल की जीत पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा।
दूसरी सबसे बढ़ी जीत
पूनम अग्रवाल ने 2006 में उझानी नगर पालिका से अपना पहला चुनाव जीता था। साल 2012 और 2017 में भी उन्होंने जीत दर्ज की। हालाँकि 2017 की जीत में उनका बड़ा जनाधार घट गया। जहाँ 2012 में उन्होंने अपनी प्रतिद्धंदी रानी सवा को छह हजार एक सौ 37 वोट से हराया था वहीं 2017 के चुनाव में उन्हें 2411 वोट से जीत मिली थी। वहीं इस चुनाव में उन्होंने 5269 वोट से जीत दर्ज की है, यह उनकी दूसरी बढ़ी जीत है।
तमाम कयास हुए पस्त
पूनम अग्रवाल चुनाव निकाय चुनाव से पूर्व भाजपा में शामिल हुई थीं। इससे पहले तक उन्होंने समाजवादी के टिकट पर जीत हासिल की थी। भाजपा ने पूनम अग्रवाल को नगर पालिका अध्यक्ष का प्रत्याशी बनाया जिसके बाद से ही कयासों को दौर शुरू हो गया। माना जा रहा था कि समाजवादी पार्टी का परंपरागत वोट अब रजनीश गुप्ता की नैया पार लगाएगा हालाँकि पूनम अग्रवाल ने तमाम कयासों को पस्त कर दिया।
भितरघाती हुए ढेर
निकाय चुनाव में भाजपा से दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त थी, साथ ही कुछ लोगों के निजी हित भी शामिल थे हालाँकि पूनम अग्रवाल के भाजपा में शामिल हुई तो ऐसे लोगों को धक्का लगा। भाजपा प्रत्याशी के तौर पूनम अग्रवाल के कैम्पेन में तमाम लोग नजर तो आए लेकिन अंदरखाने में पूनम अग्रवाल को हराने में कोई कसर भी नहीं छोड़ी। लोगों ने परिवर्तन करने को कहा गया। शनिवार शाम को जब पूनम अग्रवाल प्रमाणपत्र के लिए मंडी समिति पहुंची तो कई चेहरे गायब थे। पूनम अग्रवाल ने अपनी जीत से इन भितरघातियों को ढेर कर दिया है।
केन्द्रीय मंत्री ने निभाई अहम भूमिका
भाजपा प्रत्याशी पूनम अग्रवाल की जीत में केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा की भी अहम भूमिका है। उन्होंने इस चुनाव में जमकर प्रचार किया, साथ ही समाज के अलग अलग लोगों के साथ बैठक की। मतदान से एक दिन पूर्व भी बीएल वर्मा जीत की रणनीति तय कर रहे थे।शनिवार शाम को नतीजों की घोषणा के बाद पूनम अग्रवाल के पति पूर्व मंत्री विमल अग्रवाल और केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा मतगणना स्थल पर पहुंच गए जहां निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें जीत का प्रमाण पत्र प्रदान किया।