संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में कई दिन से चल रहा सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हिसंक हो गया। आंदोलन इतना उग्र हो गया कि प्रदर्शनकारियों ने जमकर पत्थरबाजी, आगजनी की। प्रशासन ने धारा 144 लागू होने के बावजूद पिछले तीन दिन से लगातार प्रदर्शनकारियों की भीड़ को जमा होने दिया, जिसका नतीजा गुरुवार को निकला।
संभल में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सोमवार से ही भारी विरोध प्रदर्शन की आशंका थी। जिसके बाद धारा 144 लागू कर दी गयी, इंटरनेट बंद कर दिया गया। पुलिस के साथ पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स को भी लगाया गया। चौधरी सराय में 16 दिसंबर को इंडियन मुस्लिम लीग ने प्रदर्शन किया। जिसमे भारी भीड़ जुटी। इसी बीच सांसद डॉ. बर्क ने भी जनसभा का ऐलान कर दिया। पुलिस अफसरों ने सोमवार की शाम को डॉ. बर्क से मुलाकात कर धारा-144 लगने की जानकारी दी और जनसभा न करने को कहा।
मंगलवार को डीएम अविनाश कृष्ण सिंह कि जनपद में धारा 144 लागू है और जनसभा या जुलूस की इजाजत नहीं होगी। सांसद बर्क से एसडीएम व सीओ ने मिलकर कार्यक्रम न करने की भी बात कही। इसके बावजूद 17 दिसंबर, मंगलवार को संभल में दो बड़े आयोजन हुए। जिसमे पहला आयोजन सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क का नगर पालिका परिसर में था। दूसरा आयोजन सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल ने किया। जिसके बाद मिया सराय स्थित निवास से सुहेल इकबाल के नेतृत्व में लोग जुलूस बनाकर मुरादाबाद मार्ग पर पहुंचे। दोनों ही प्रदर्शनों में हजारों की भीड़ जुटी।
‘Sec 144’ is in force and no permission for any gathering has been given for 19.12.19. Pls do not participate. Parents r also requested to counsel their children.
— DGP UP (@dgpup) December 18, 2019
इन प्रदर्शनों को देखकर प्रशासन और पुलिस ने यह अनुमान लगा लिया है कि संभल में नागरिकता संशोधन कानून का व्यापक विरोध है। लेकिन गुरूवार को भीड़ को दुबारा जुटने दिया गया। नगरपालिका मैदान में समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष फिरोज खां, नगर पालिका अध्यक्ष के पति हाजी मेंबर शकील और समाजवादी पार्टी के सांसद डॉक्टर बर्क पहुंच गए। जिसके बाद आलाधिकारियों को उन्हें राष्ट्रपति के नाम से अपना ज्ञापन सौंपा दिया गया।
इसी दौरान नगर पालिका की ओर आवाजाही कर रहे प्रदर्शनकारी अचानक उग्र हो गए और चौधरी सराय पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया। प्रदर्शनकारिय़ों ने चौधरी सराय चौराहा पर मुचैटा बना कर दो बसों को फूंक दिया, इनमें से एक बस बदायूं और एक नोएडा डिपो की थी। इसके घटना के बाद माहौल और भी भड़क उठा। प्रदर्शनकारियों ने ये भी नहीं देखा कि जिन वाहनों पर वे ड़ंडेबाजी और पथराव कर रहे हैं उसमें निरीह यात्री भी बैठे हैं। जिनमे एक महिला और मासूम समेत दस से ज्यादा लोग अगजनी पथराव और मैं घायल हुए हैं। पथराव का ऐसा मंजर हुआ कि सड़के ईंट-पत्थरों से भर गयीं।
इसके अलावा पुलिस और स्थानीय लोगों के निजी वाहनों को भी निशाना बनाया गया। डीएम अविनाश कृष्ण सिंह का कहना है कि पंद्रह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, इस घटना सपाइयों ने इन घटनाओं को अंजाम दिया है, कड़ी कार्रवाई की जाएगी लेकिन धारा 144 लागू होने के बावजूद लगातार तीन से प्रदर्शनकारियों को जमा होने देने के चलते सवालों के घेरे में कहीं न कहीं प्रशासन भी है।