बरेली। यूपी के बरेली के शाही और शीशगढ़ इलाके में महिलाओं की हत्या करने वाले सीरियल किलर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने छह महिलाओं की हत्या की बात कबूल की है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि सौतेली मां के सितम और पत्नी के दूसरे व्यक्ति से शादी करने के बाद कुलदीप महिलाओं से नफरत करने लगा था। इसी वजह से वह वारदातें कर रहा था।
एसएसपी अनुराग आर्य के मुताबिक आरोपी कुलदीप गंगवार नवाबगंज थाने के गांव बाकरगंज समुआ का निवासी है। शाही थाना पुलिस ने बुझिया माइनर से बुझिया जागीर मार्ग पर मठिया किनारे से उसे संदिग्ध अवस्था में जाते वक्त गिरफ्तार किया। एसपी दक्षिणी गानुष पारीक व एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा ने आरोपी कुलदीप से पूछताछ की। उसके बारे में दूसरी जगह से भी जानकारी जुटाई तो पता लगा कि यह संपन्न परिवार का युवक है। उसके पिता के पास अपना मकान और 40 बीघा जमीन है। उसकी दो बहनें हैं। उसकी मां की मौत हो चुकी है।
वहीं पिता बाबुराम ने उसकी मां के जीवित रहते ही दूसरी शादी कर ली थी। दूसरी पत्नी के कहने पर उसके पिता अक्सर पहली पत्नी (कुलदीप की मां) की पिटाई करते थे। उसकी दूसरी मां की उम्र 50 साल के करीब है। इसलिए वह 45 से 65 साल की उम्र की महिलाओं में अपनी सौतेली मां का अक्स देखकर उनसे नफरत करता था। यह अलग बात है कि वह सौतेली मां से काफी खौफ खाता है और कभी उन पर हमला नहीं कर सका।
छह साल पहले छोड़ गई थी पत्नी
कुलदीप की शादी वर्ष 2014 में भानपुर गांव निवासी लोंगश्री से हुई थी। पुलिस ने उसकी पत्नी से भी बात की। वह वर्ष 2018 में उसे छोड़कर चली गई थी। पत्नी के मुताबिक यह सामान्य व्यवहार नहीं करता था। उनके मुताबिक काम न होने पर वह हिंसक हो जाता था और पत्नी को बुरी तरह पीटता था। चार साल तक उसकी हरकतें झेलने के बाद पत्नी ने उसे छोड़ दिया। उसकी सौतेली मां से नहीं बनती थी, पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई तो वह महिलाओं से नफरत करता था। अकेली महिलाओं को एकांत में देखकर जबर्दस्ती करता था, उनके विरोध पर उन्हीं की साड़ी या चुनरी से गले में गांठ लगाकर उनकी हत्या कर देता था।
पूछताछ में आरोपी ने छह घटनाओं को करना स्वीकार किया। अन्य वारदात में भी उसके शामिल होने का शक है। साइको किलर ने पुलिस को बताया कि मैंने किसी महिला को नहीं लूटा। हां, मैं उनके पास से कुछ न कुछ जरूर ले जाता था। ताकि याद रहे कि किस महिला को मारा था। एक महिला के पास से आधार कार्ड मिला था। एक के पास हंसिया थी। एक की चूड़ी लेकर आ गया था। उनके पैसे नहीं लिए, क्योंकि पैसों से पहचान नहीं होती, ये खर्च हो जाते हैं।
उसने पुलिस को मृतक अनीता देवी का वोटर आईडी कार्ड, लाल रंग की लिपस्टिक, बिंदी, ब्लाउज के टुकड़े दिए। कुलदीप ने आनंदपुर की मृतक प्रेमवती की हंसिया, कुल्छा गांव की मृतक धनवती का आधार कार्ड, लखीमपुर गांव की मृतक महमूदन की हंसिया भी सौंपी है। इसके अलावा पुलिस ने बीड़ी का बंडल, माचिस और 130 रुपए कैश बरामद किए।
एसएसपी ने कहा कि कुलदीप महिलाओं से सेक्सुअल फेवर की बातें करता था। इसके बाद विरोध करने पर उनको मार देता था। हत्या के बाद ट्रॉफी के तौर पर कुछ न कुछ ले जाता था। आरोपी के परिजनों के बयान भी दर्ज कराए जाएंगे। इसके साथ ही जिन महिलाओं की मौत हुई हैं, उनमें दर्ज FIR में कुलदीप को नामजद किया जाएगा।
कुलदीप ने गांव का नाम बताते हुए कहा- यहां औरत को मैंने मारा
03 जुलाई, 2024: थाना शाही के बुझिया जागीर के जंगल में अनीता देवी (46) की गला घोंटकर हत्या की। अनीता थाना शेरगढ़ के होशपुर गांव की रहने वाली थी।
26 नवंबर, 2023: थाना शीशगढ़ के जगदीशपुर निवासी उर्मिला (55) की हत्या जंगल में उन्हीं की साड़ी के पल्लू से गला घोंटकर की।
20 नवंबर, 2023: थाना शाही के खरसैनी की रहने वाली दुलारा देवी (65) की हत्या साड़ी के पल्लू से गला घोंटकर उन्हीं के खेत में की।
31 अक्टूबर, 2023: थाना शीशगढ़ में लखीमपुर निवासी महमूदन (65) की हत्या जंगल में उन्हीं की चुनरी से गला घोंटकर की।
01 जुलाई, 2023: थाना शाही क्षेत्र में धनेटा फाटक से शीशगढ़ रोड पर प्रेमवती (55) की उनकी साड़ी के पल्लू से गला घोंटकर हत्या की। प्रेमवती आनंदपुर की रहने वाली थी।
17 जून, 2023: थाना शाही क्षेत्र में कुल्छा की रहने वाली धनवती (43) की हत्या की। धानवती शाही कस्बे से दवा लेकर लौट रही थी।
एक बार वहीं खड़ा रहा, लेकिन पुलिस ने मुझे नहीं पकड़ा
कुलदीप ने बताया- मैंने कभी पुलिस की आंखों में धूल नहीं झोंकी। मैं तो कई बार हत्या के बाद उसी गांव में रुका रहा। कई बार तो पुलिस वालों के बीच पहुंच जाता। लेकिन, कोई मुझे पकड़ता नहीं। एक बार सुना था कि कोई औरतों को मार रहा है। तब मैं वहीं पर था। पुलिस वाले ही औरतों को समझा रहे थे। मैं गांव की औरतों और बच्चों से अच्छे से बात करता था। मुझे इलाके की हर पगडंडी, सड़क की जानकारी है। मैं कभी मोबाइल इस्तेमाल नहीं करता। पैदल चलता हूं। जब किसी महिला को मारने के लिए निकलता था तो पहले निश्चित कर लेता था कि किसी ने मुझे उस महिला के पीछे जाते हुए तो नहीं देखा है। अगर पीछा करते समय रास्ते में कोई भी बच्चा, पुरूष या अन्य महिला मिल जाती थी, तब उस दिन वारदात नहीं करता था, जब मौका मिल जाता तो उन्हें गला दबाकर मार देता था।