उसहैत। उसहैत नगर पंचायत में देर शाम हंगामे का मामला सामने आया है। भाजपा प्रत्याशी ने ने प्रशासन पर निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कराने का आरोप लगाया। पुनर्मतदान की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन व नारेबाजी हुई। हालाँकि बाद में मामला शांत कर दिया हो गया। भाजपा प्रत्याशी ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है।
उसहैत नगर पंचायत से भाजपा के प्रत्याशी गौरव गुप्ता गोल्डी चुनाव मैदान में हैं। मतदान समाप्त होने के आधे घंटे पहले गौरव गुप्ता की पत्नी और पूर्व चेयरमैन सैनरा वैश्य अपना मत डालने पहुंचीं। उनके साथ कुछ समर्थक भी थे, जिन्हें अपना मत डालना था। सैनरा वैश्य का आरोप है कि अधिकारियों ने उन्हें तक वोट नहीं डालने दिया। वह पोलिंग बूथ के अंदर थीं लेकिन वोट डालने से पहले मतपेटियां सील कर दी गईं। इस पर सैनरा वैश्य समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गईं।
सैनरा वैश्य ने उसहैत के प्रभारी निरीक्षक वीरपाल तोमर पर उनके विपक्षी नवाब खां के साथ उठने बैठने और उनका सहयोग करने का आरोप लगाया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमने इसके बावजूद भी वीरपाल तोमर की डिमांड पूरी की लेकिन डिमांड पूरी करने के बाद भी उन्होंने विपक्षियों का ही सहयोग किया। इस डिमांड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व पुलिस के अधिकारियों को बताने की बात कही।
वहीं कुछ देर में गौरव गुप्ता भी समर्थकों के साथ पहुंच गए। गौरव कुमार गुप्ता का आरोप है कि संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय हमेशा से अतिसंवेदनशील मतदान स्थल माना गया है। इस आशंका की वजह से अधिकारियों से इस बारे में पहले बताया भी गया था। इसके बावजूद उसे सामान्य श्रेणी में रखा गया। यहां जो पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी तैनात किए गए, उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी नवाब खां के पक्ष में मतदान कराया। उनके मतदाताओं का उत्पीड़न किया गया। यहां तक कि पुलिस-प्रशासन ने वोट तक डालने नहीं दिया। उनके आधार कार्ड स्कैन किए गए, दीवारों पर घिस-घिसकर देखे गए, जबकि मुस्लिम इलाके में कोई रोकटोक नहीं की।
गौरव गुप्ता ने बताया कि भाजपा ने मुझे प्रत्याशी बनाया इसके बावजूद सत्ता पक्ष के लोग मुझे हराने में लगे हुए हैं। यह मेरे साथ अन्याय है, ऐसा लग रहा हैं मैं ये चुनाव सपा की सरकार में लड़ रहा हूं।
करीब एक घंटे तक मतदान केंद्र के बाहर नारेबाजी और हंगामा होता रहा। सड़क भी जाम कर दी गई। इसके बाद सीडीओ और एसपी सिटी के समझाने पर लोग माने। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी के नाम एक शिकायती पत्र भी दिया है। इसके बाद मतदान कर्मी मतपेटिका लेकर मतदान केंद्र से निकल पाए।