लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी 2014 की तरह एक बार फिर प्रचंड जीत हासिल की है। बीजेपी को 300 के करीब तो एनडीए गठबंधन को करीबन 350 सीट मिली हैं। 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में भी बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन कर महागठबंधन के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। जहाँ बसपा 0 से 10 पर पहुँच गयी है वहीं सपा के लिए सबसे तकलीफदेह बात यह रही है कि मुलायम परिवार के तीन सांसद अपनी सीट नही बचा पाए हैं।
2019 के चुनाव में यादव परिवार अपनी तीन सीट गँवा बैठा है। बदायूं में धर्मेंद्र यादव अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी की संघमित्रा मौर्य से 18454 वोट से हार गये हैं। धर्मेंद्र यादव को 492898, संघमित्रा मौर्या को 511352 वोट मिले वहीं सलीम शेरवानी 51947 वोटों के साथ तीसरे नम्बर पर रहे। वहीं, फिरोजाबाद में एसपी महासचिव रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव बीजेपी के चंद्रसेन जादौन से 28781 वोटों से हार गये। इसके अलावा कन्नौज से अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव को 12353 वोटों से हार मिली। उन्हें भाजपा उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने हराया।
2014 के चुनाव में यादव कुनबे ने अपने गढ़ के अलावा आजमगढ़ सीट पर जीत दर्ज की थी। कन्नौज से डिंपल यादव, बदायूं से धर्मेन्द्र यादव, मैनपुरी और आजमगढ़ से मुलायम सिंह यादव (मैनपुरी से उपचुनाव में तेज प्रताप सिंह यादव) और फिरोजाबाद से अक्षय यादव ने प्रचंड मोदी लहर में अपनी सीटें बरकरार रखी थीं।