बदायूं। पंचायत चुनाव समाप्त होने के बाद समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके तहत शुक्रवार को पार्टी ने चुनाव में धांधली एवं अन्य समस्याओं लेकर कलक्ट्रेट और तहसील मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा गया। सभी तहसीलों में बड़ी संख्या में सपा नेता और कार्यकर्ताओं ने चेताया कि सपाइयों पर हो रहा जुल्म बन्द करें। इससे पहले सुबह से ही पुलिस की कड़ी चौकसी रही। जगह-जगह बैरियर लगाए गए।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर घर से निकले समाजवादी पार्टी के नेताओं भाजपा सरकार की नीतियों पर विरोध जताते हुए प्रदेश सरकार के विरूद्ध धरना प्रदर्शन किया। सहसवान में विधायक ओमकार सिंह यादव व नवाब सिंह, बिसौली में आशुतोष मौर्य व मनोहर सिंह, बिल्सी में विमल कृष्ण अग्रवाल, सिनोद शाक्य, उदयवीर शाक्य, किशोरीलाल की अगुवाई में कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए तहसील पर पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने प्रदेश व केन्द्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। शुक्रवार सुबह जब गांधी नगर स्थित जिला कार्यालय पर पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकत्रित हुए। तब यहाँ भारी पुलिस बल पहुँच गया, प्रशासन ने विरोध-प्रदर्शन के लिए कलक्ट्रेट तक जाने की अनुमति नहीं दी, इसलिए जिलाध्यक्ष प्रेमपाल सिंह यादव के नेतृत्व में पार्टी कार्यालय पर ही सरकार के खिलाफ धरना दिया।
सपा कार्यालय पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सपा जिलाध्यक्ष प्रेमपाल सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश में हाल ही हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में जिस प्रकार की गुंडागर्दी करके भाजपा नेताओं ने लोकतंत्र की हत्या की है उसको इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि ब्लॉक प्रमुखी के नामांकन के दौरान पुलिस प्रशासन ने भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में जगह सपा प्रत्याशियों को जबरन रोका और उनके नामांकन पत्र फड़वाकर सैकड़ों ब्लॉकों में नामांकन नही होने दिया। इसके अतिरिक्त बढ़ती महंगाई, बिगड़ती कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, किसानों के ऊपर थोपे जा रहे काले कानून, महिलाओं से हो रहे दुर्व्यवहार, स्वास्थ सेवाओं की बदहाली, सपा कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस लगाकर उनका उत्पीड़न करने के विरोध में हम सभी ये प्रदर्शन कर रहे है। आने वाले समय मे जनता इस जनविरोधी सरकार को उखाड़ कर फेंकने का कार्य करेगी। प्रदर्शन में पार्टी के नेता धर्मेन्द्र यादव के सचिव विपिन यादव, अवधेश यादव, संतोष कश्यप, वैभव उपाध्याय, शशांक यादव, राजवीर सिंह आदि लोगों ने हिस्सा लिया।