सम्भल। उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। इस बीच पुलिस ने संभल के सपा सांसद और विधायक के बेटे पर हिंसा भड़काने की एफआईआर दर्ज की है। अब तक 7 एफआईआर हुई है। साथ ही हिंसा के दौरान जिन 4 लोगों की मौत हुई, उन्हें तमंचे की गोली लगी थी।
समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और स्थानीय विधायक के बेटे सोहेल इकबाल के खिलाफ केस दर्ज किया है। सपा सांसद पर आरोप है कि उन्होंने सुनियोजित तरीके से इस हिंसा को भड़काया। जबकि रविवार को हिंसा के वक्त भीड़ में शामिल शहर विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल ने दंगाइयों को उकसाकर सीओ पर गोली चलवाई। सब इंस्पेक्टर दीपक राठी की ओर से संभल कोतवाली में दर्ज कराई गई FIR में सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सुहैल इकबाल को नामजद करते हुए 700-800 अज्ञात भीड़ को शामिल किया गया है। ये FIR बीएनएस की धारा 191(2), 191(3), 190. 221,132,125, 324(5),196, 323(b) और सार्वजनिक संपत्ति को छति पहुंचाने की धारा 3 और 5 के अतिरिक्त 326 (f) के तहत दर्ज की गई है।
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि हिंसा के मामले में कुल सात एफआईआर दर्ज की गई हैं। इसमें लगभग 2500 लोगों को आरोपी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। और जांच के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने यह भी बताया कि समाजवादी पार्टी के सांसद जिआउर्रहमान बर्क के खिलाफ भी हिंसा भड़काने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि घटना के दौरान उनका क्या भूमिका रही।
वहीं संभल हिंसा पर सपा सांसद बर्क ने कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, यह एक पूर्व नियोजित घटना है। पूरे देश में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है और आजादी के बाद ऐसी बुरी स्थिति कभी नहीं हुई। जिस तरह से पूजा स्थल अधिनियम का उल्लंघन किया जा रहा है… एक के बाद एक याचिकाएं प्रस्तुत की जा रही हैं और उसी दिन सुनवाई हो रही है और आदेश भी आ रहा है। उसी दिन डीएम और एसपी ने जाकर सर्वे किया… लोगों को नमाज़ पढ़ने से रोका गया…दूसरे सर्वे की क्या ज़रूरत थी?”
4 लोगों की गई जान
संभल के हालात को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। मुरादाबाद रेंज के 30 थानों की पुलिस लगाई गई है। इतना ही नहीं इस पूरे इलाके में इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया है ताकि किसी प्रकार की अफवाह न फैले। 25 नवंबर यानी आज 12वीं तक स्कूलों की छुट्टी भी कर दी गई थी। संभल हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान नईम, बिलाल अंसारी, नौमान और मोहम्मद कैफ के रूप में हुई। नौमान और बिलाल अंसारी को रात 11 बजे सुपुर्द-ए-खाक किया गया। मृतकों के परिजनों का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। हालांकि मुरादाबाद के कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने कहा कि संभल में हिंसा में कुल 4 मौत हुई हैं। इन चारों का पोस्टमॉर्टम हो चुका है। ये चारों मौत देसी तमंचों से चली गोली से हुई हैं। चारों मौतों की मजिस्ट्रियल जांच के भी आदेश दिए गए हैं।
मुरादाबाद कमिश्नर बोले, आरोपियों पर लगेगा रासुका
मुरादाबाद मंडलायुक्त अंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि फिलहाल स्थिति शांत है। उन्होंने बताया कि हिंसा के मामले में जांच जारी है और कई एफआईआर दर्ज की गई हैं। मंडलायुक्त ने कहा, “सपा सांसद जिआउर्रहमान बर्क और स्थानीय विधायक के बेटे पर भीड़ को उकसाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। हिंसा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि घायलों का इलाज चल रहा है। उन्होंने सख्त कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो दोषियों पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) भी लगाया जाएगा। कुछ लोग ने युवाओं को उकसाकर ये बवाल कराया है।
बता दें कि 19 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए हिंदू पक्ष कोर्ट पहुंच गया था। चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य कुमार सिंह की अदालत में वाद दाखिल किया था। जिसपर कोर्ट ने कमीशन गठित कर रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव के नेतृत्व में टीम ने 19 नवंबर की शाम को ही सर्वे की की शुरुआत कर दी थी। रविवार को टीम सर्वे की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए दोबारा मस्जिद पहुंची तो बवाल शुरू हो गया। इस मामले में कोर्ट में अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी।