संभल। मुरादाबाद से सपा सांसद एसटी हसन के बाद अब संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना अल्लाह के सामने रोकर गिड़गिड़ाकर माफी मांगने से ही खत्म होगा।
समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा है कि कोरोना कोई बीमारी नहीं है। कोरोना अगर बीमारी होती तो दुनिया में इसका इलाज होता। यह बीमारी सरकार की गलतियों की वजह से अज़ाब ए इलाही है जो कि अल्लाह के सामने रोकर गिड़गिड़ाकर माफी मांगने से ही खत्म होगी। एसपी सांसद ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार ने शरीयत से ही छेड़छाड़ नहीं की है बल्कि अपनी सरकार में लड़कियों को पकड़वाकर बलात्कार करवाने, मॉब लिचिंग और तमाम जुल्म ज्यादतियां की है जिसकी बजह से कोरोना जैसी आसमानी आफ़त सामने है हालांकि, रेप के बयान से शफीकुर्हमान बर्क पलट गए हैं। उन्होंने कहा कि तोड़ मरोड़कर बयान पेश किया गया।
मुरादाबाद सांसद ने भी दिया था बयान
इससे पहले सपा सांसद डॉ.एसटी हसन ने बुधवार को ताउते और फिर यास तूफान के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा दिया था। डॉ. हसन ने कहा था कि 10 दिन में दोनों तूफानों का आना और कोरोना महामारी की वजह से हजारों जिंदगियों का जाना, यह सब निशानी है पिछले सात साल में सरकार द्वारा की गई नाइंसाफियों की।
उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों में ऐसे कानून बनाये गए जिनसे शरीयत के साथ छेड़छाड़ की गई। एक नागरिकता कानून लाया जिसमें कहा गया कि सिर्फ मुसलमानों को नागरिकता नहीं मिलेगी। ये सब सरकार की नाइंसाफियां थीं। इन नाइंसाफियों के चलते ही देश में दो बार बड़े तूफान आए हैं। ये आसमानी आफत है। कोरोना की वजह से देश में बड़ी संख्या में लोग मर गए। पहली बार इंसानों की लाशें कुत्ते खा रहे थे। नदियों में लाशें बहा दी गईं। दाह संस्कार के लिए शमशान घाटों पर लकड़ियां कम पड़ गईं।
सपा सांसद ने कहा कि जब जमीन वाला इंसाफ नहीं करता तो ऊपर वाला करता है। उन्होंने कहा कि देश के 99 प्रतिशत लोग धार्मिक लोग हैं। धार्मिक लोग यह मानते हैं कि इस दुनिया को चलाने वाला और इंसाफ करने वाला कोई और है। यदि जमीन वाले इंसाफ नहीं करते तो आसमान वाला इंसाफ करता है। जब वह इंसाफ करता है तो उसमें इफ एंड बट नहीं हुआ करता।