बमनोसी (बदायूं)। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान के साथ प्रशासन के साथ साथ आम आदमी भी जुड़ने लगा है। लोगों ने इस अभियान में अपना सक्रिय योगदान कर सामाजिक बदलाव में अपनी अहम भूमिका तय करना शुरू कर दी है। ऐसे ही हैं बदायूं के कादरचौक ब्लॉक के बमनौसी गांव के सत्यवीर सिंह। जिन्होंने गंदगी के खिलाफ लड़ाई लड़कर न सिर्फ गांव के अस्पताल की दशा बदल दी है। बल्कि गंदगी फैलाने वालों को सबक सिखाकर नजीर भी पेश की।
कादरचौक ब्लॉक के बमनोसी गांव में स्थित प्राथमिक स्कूल के पास मौजूद अस्पताल परिसर के इर्दगिर्द गंदगी का अंबार लगा था। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार सफाई अभियान चलाया गया। साथ ही प्रधान ने उस स्थल का घेराव कराकर वृक्षारोपण भी करवा दिया। लेकिन लोगों ने फिर से वहाँ अतिक्रमण करने की कोशिश की। अस्पताल के निकट ही रोड पर लोगों पशुओं को बांधना शुरू कर दिया जिससे राहगीरों को मुसीबतों को सामना करना पड़ता।
सडक किनारे ही लोगों ने घूर का ढेर लगा दिया जिससे गोबर की सड़न की बदबू और गंदगी के चलते जहां बच्चे परेशान रहते थे वहीं गांव के कई जागरूक लोगों को भी यह बात खटकती थी। लेकिन कोई मजबूती से गंदगी करने वालों के खिलाफ खड़ा नहीं हो रहा था। इस बीच किसान नेता सत्यवीर सिंह यादव जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की। जिसके बाद प्रशासन ने कार्यवाई करते हुए अतिक्रमण करने वालों को सचेत किया। अस्पताल परिसर को भी खाली करवा दिया गया।
सत्यवीर के दृढ़ निश्चय को ग्राम प्रधान रीना यादव का साथ मिला। सत्यवीर के प्रयासों का परिणाम यह हुआ कि कुछ माह पहले जहां गंदगी का अंबार लगा था। आज फूल, पेड़, पौधे खड़े हैं। सत्यवीर सिंह स्वयं खुद पेड-पौधों की रखवाली करते हैं। सत्यवीर के ऐसे ही प्रयासों की वजह से गाँव प्रधान रीना यादव ने उन्हें गांव की स्वच्छता समिति का अध्यक्ष भी बनाया है।