बदायूं। पड़ोसी जनपद बरेली में जनसेवा केंद्र संचालक की गोली मारकर हत्या के मामले में बदायूं पुलिस ने खेल कर दिया। कोतवाली सिविल लाइंस पुलिस ने साठगांठ कर मुख्य आरोपी भाइयों को तमंचा रखने के आरोप में गिरफ्तार कर आर्म्स एक्ट में जेल भेज दिया। मामले की पोल खुलने पर आईजी डॉ.राकेश सिंह ने नाराजगी जताई तो एसएसपी बदायूं ने दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
बरेली के बिथरी चैनपुर के गांव रजऊ परसपुर में रहने वाले जनसेवा केंद्र संचालक नन्हे बाबू की 27 नवंबर की रात हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी। इस मामले में उनकी पत्नी अंकिता ने थाना बिथरी चैनपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें मुख्य आरोपी के तौर पर गांव के ही सगे भाई भूरे और राजवीर के नाम सामने आए थे। जमीन के विवाद को लेकर नन्हे बाबू की हत्या की गई थी। पुलिस और एसओजी टीम दोनों आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही थी। उनके कई रिश्तेदार भी हिरासत में लेकर पूछताछ को बैठाए गए।
इस बीच मंगलवार को सिविल लाइंस क्षेत्र में मंडी चौकी प्रभारी दारोगा वीर सिंह ने एक प्रेसनोट जारी किया। उसमें लिखा गया कि चेकिंग के दौरान बरेली के रजऊ निवासी भूरे व राजवीर यादव को तमंचे के साथ गिरफ्तार किया गया। इस प्रेसनोट में गिरफ्तारी करने वाली टीम में चौकी प्रभारी वीर सिंह, सिपाही शोभित यादव, कालीचरण व सुशील का नाम भी लिखा। बदायूं पुलिस ने सेटिंग से दोनों भाइयों की गिरफ्तारी दी और बिना किसी पूछताछ के खामोशी से उन्हें जेल भी भेज दिया गया। इस गिरफ्तारी की सूचना बरेली पुलिस को भी नहीं दी गई। जबकि अपराधियों की गिरफ्तारी पर संबंधित जिले की पुलिस को सूचना दी जाती है। ऐसा करके हत्या के मुकदमे से बचने का रास्ता तैयार किया गया है।
वहीं बुधवार को इसकी जानकारी नन्हे के स्वजन को हुई तो उन्होंने आइजी डा. राकेश कुमार सिंह से शिकायत की। उन्होंने बदायूं के एसएसपी डा. बृजेश कुमार सिंह से बात की। आनन-फानन जांच बैठी, जिसमें चौकी प्रभारी वीर सिंह, सिपाही शोभित यादव, कालीचरण और सुशील कुमार को निलंबित कर दिया गया।
वकील के मुंशी के जरिये हुई सेटिंग
भूरे और राजवीर का एक रिश्तेदार बदायूं में वकील का मुंशी है, जिसकी सिविल लाइंस थाना पुलिस से घनिष्ठता थी। दोनों आरोपी मुंशी के संपर्क में थे। चर्चाएँ है कि इसके बाद ही मुंशी ने थाना प्रभारी मनोज सिंह व दरोगा वीर सिंह के जरिये सेटिंग कर दोनों की बदायूं में तमंचे के साथ गिरफ्तारी करवा दी। हालाँकि थाना प्रभारी मनोज सिंह का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी। दरोगा वीर सिंह ने दोनों को गिरफ्तार किया था।
एसएसपी डॉ बृजेश कुमार सिंह ने बताया चौकी इंचार्ज समेत हेड व कांस्टेबल सस्पेंड कर दिए गए हैं। क्योंकि इनकी लापरवाही उजागर हुई है। तमंचा समेत पकड़े गए शातिरों को बिना तथ्यात्मक पूछताछ के जेल भेजा गया है। इनके खिलाफ विभागीय जांच बैठाई गई है ताकि इनका असल उद्देश्य सामने आ सके।