उझानी। कोतवाली में मुंशी और महिला सिपाही के बीच हाथापाई के बाद खड़े हुए विवाद में शनिवार को एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी ने इस मामले में इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह, एसएसआई अनूप सिंह और मुंशी गुलाब सिंह को सस्पेंड कर दिया है। एक दिन पहले ही महिला सिपाही ने आत्महत्या का प्रयास किया जिसके बाद मुंशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
कोतवाली से लाइन हाजिर महिला सिपाही शुक्रवार सुबह करीबन 10 बजे महिला सिपाही एसएसपी कार्यालय पहुंची। यहाँ उसने खुद पर तरल पदार्थ डालकर आग लगाने का प्रयास किया। लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद महिला सिपाही से एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा ने मुलाकात की। जहाँ उसने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
महिला सिपाही की शिकायत पर मुंशी गुलाब सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 354(D), 323 के तहत केस दर्ज हुआ है। हालाँकि सिपाही ने इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह और एसएसआई अनूप सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। शिकायत में सिपाही ने कहा कि 19 सितंबर को उझानी कोतवाली के मुंशी गुलाब सिंह ने उसके साथ मारपीट और हाथापाई की थी। सब कुछ जानते हुए भी इंस्पेक्टर ने मुंशी का साथ दिया था। सिपाही ने अपनी शिकायत में कहा है कि शैलेन्द्र सिंह और अनूप सिंह अपनी जाति के पुलिसकर्मियों को छुट्टी समेत अन्य सहूलियत देते हैं।
ऑडियो-वीडियो ने मचाया हडकंप
बुधवार को इस घटनाक्रम के ऑडियो-वीडियो वायरल हुए तो हडकंप मच गया। इसमें महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह पर जात-बिरादरीवाद का आरोप लगाया था। महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर से कख कि सर मैं आपके सामने 4 बार पेश हो चुकी हैं लेकिन आपने कुछ नहीं किया। मुंशी की जो बात नहीं मानता उसे टॉर्चर किया जाता है और जो उनकी सुनता है उसे बिना छुट्टी के जाने दिया जाता है। सिपाही ने यह भी कहा कि यहाँ जात-बिरादरीवाद चल रहा है जवाब में इंस्पेक्टर ने कहा कि यहाँ तो ऐसा ही चलेगा, तुम जैसे जलते रहो।
पहली ही पोस्टिंग पड़ी भारी
शैलेंद्र कुमार ने एक महीने पहले ही उझानी कोतवाली का चार्ज संभाला था। बतौर इंस्पेक्टर यह उनकी पहली पोस्टिंग थी, इससे पहले वो फैजगंज बेहटा में तैनात थे। दो महीने पहले उनका प्रमोशन हुआ और दरोगा से इंस्पेक्टर बन गए लेकिन उनकी पहली ही पोस्टिंग भारी पड़ गयी। उनके चार्ज संभालने के बाद क्षेत्र के लगातार लूट और चोरी की वारदातें हुईं जिनका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। बीते एक महीने के घटनाक्रम ने शैलेन्द्र सिंह के माथे पर लकीरें खींच दी।
अनूप सिंह का हुआ था ट्रांसफर, अब सस्पेंड
सोमवार को मुंशी गुलाब सिंह और महिला सिपाही के बीच हाथापाई के बाद एसएसपी ने दोनों को लाइन हाजिर कर दिया था। साथ ही एसएसआई अनूप सिंह का सहसवान तबादला कर दिया गया। लेकिन अगले ही दिन इस तबादले के आदेश पर रोक लगा दी गयी। बताया जाता है कि इस प्रकरण में अनूप सिंह की भूमिका सबसे ज्यादा सवालों के घेरे में है जिसके बाद अब उन्हें भी सस्पेंड कर दिया गया है।