उझानी(बदायूं)। जिले में पशु तस्करों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार वारदातें होने से पुलिस के गश्त सिस्टम पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मंगलवार बीती रात तस्करों ने फिर से वारदात को अंजाम दिया। क्षेत्र के अलग अलग गांव में 7-8 हथियारबंद तस्कर तीन भैंस ले गए, तस्करों ने फायरिंग भी की जिसमे एक किसान घायल हो गया जबकि उसका बेटा बाल बाल बचा। घटना में पुलिस ने लापरवाही बरती।
बुटला बोर्ड निवासी रामचन्द्र पुत्र गेंदनलाल रविवार रात अपने घर के बाहर सो रहे थे। पास में उनकी भैंस बंधी हुई थी, रात करीब दो बजे अचानक आहट होने पर उसकी आंख खुली। उसने देखा कि कुछ हथियारबंद बदमाश भैंस को ले जा रहे हैं। रामचन्द्र जब शोर मचाया तो बदमाशों ने उसे डंडों से पीट दिया। इसके बाद भी उन्होंने जब विरोध किया तस्करों ने उस पर फायरिंग कर दी। गोली रामचन्द्र के पैर में जा लगी जिसके बाद वो वहीं गिर गए।
फायरिंग की आवाज सुनकर छत पर सो रहा रामचन्द्र का 18 वर्षीय बेटा बिजेंद्र जाग गया, उसने डंडा फेंककर मारा तो जवाब में तस्करों ने उस पर भी फायर झोंक दिया जिसमे वह बाल-बाल बच गया इसके बाद बदमाश भैंस को गाड़ी में लादकर भाग गए। लगातार दो फायर की आवाज सुनकर गाँव तमाम लोग उठकर बाहर आ गए।
ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना यूपी 112 पुलिस को दी। जिससे पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। देर रात तक तस्करों का पता लगाया गया लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। घायल रामचन्द्र को जिला अस्पताल भर्ती करवाया गया है, फिलहाल उनकी हालात खतरे से बाहर है।
तमंचे पर बल पर लूटी भैंस
इससे पहले तस्करों ने बुटला दौलत गाँव में वारदात को अंजाम दिया। गाँव में बुटला मंदिर में जन्माष्टमी का मेला लगा था, कल मेले का समापन था। देर रात दुकानदार अपना सामान समेट रहे थे, इसी दौरान तस्कर आ धमके। उन्होंने दुकानदारों को तमंचा दिखाकर चुप करवा दिया। इसके बाद मंदिर के पास खाली प्लाट में बंधी रामवीर यादव की भैंस खोल पिकअप में लाद ली। तस्करों ने दूसरी भैंस खोलने की कोशिश की तो वो भाग खड़ी हुई। आहट सुनकर प्लाट में सो रहा रामवीर का छोटा भाई ओम सिंह जाग गया तो एक तस्कर ने उसे पकड़ लिया लेकिन वो किसी तरह उनके चंगुल से छूटकर भाग गया।
इसी दौरान एक दुकानदार पप्पू श्रीवास्तव ने आगे बढ़कर तस्करों को ललकारा तो उन्होंने उस पर लाठी-डंडों से पर हमला बोल दिया। जिसमे उसके हाथ में गंभीर चोट आई है। तस्करों ने हलवाई सियाराम पंडित की कनपटी पर तमंचा लगा दिया और जान से मारने की धमकी देते हुए निकल गए।
पकड़े जा सकते थे तस्कर
रामवीर यादव ने बताया कि तस्करों के चले जाने के तुरंत बाद ही उन्होंने एक पुलिसकर्मी को फोन कर वारदात की जानकारी दी लेकिन उसने नींद का हवाला देकर दरोगा को फोन करने को कह दिया। उन्होंने बताया कि उनके पास दरोगा का मोबाइल नम्बर नहीं था इसीलिए सूचना देने में वक्त लगा। अगर पुलिस पहले ही एक्शन लेती तो बुटला बोर्ड पर घटना नहीं होती और तस्करों को पकड़ा भी जा सकता था।
हजरतगंज से भी भैंस ले गए तस्कर
तस्करों ने तीसरी वारदात को हजरतगंज में अंजाम दिया। यहाँ उन्होंने ब्रजलाल पुत्र गणेश के घर से भैंस को खोलकर ले गए। ब्रजलाल ने बताया कि घर की टूटी दीवार से तस्कर दाखिल हुए। उन्होंने जब जानवरों के चीखने की आवाज सुनी तो बाहर आए तब तक तस्कर भाग चुके थे। थाना प्रभारी निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि सूचना पर पुलिस पहुँच गयी थी, अभी तहरीर नहीं मिली है। मामले की जांच की जा रही है।
एक के बाद एक घटनाएँ
जिले में एक के बाद एक भैंस लूट और चोरी की घटनाओं ने किसानों की नींद उड़ा रखी है, किसानों के सामने अपनी आजीविका और जान दोनों का संकट है। कुंवरगांव, कादरचौक , सिविल लाइंस, बिल्सी थाना क्षेत्र में भी हथियारबंद बदमाश वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। 21 अगस्त को थाना सिविल लाइन क्षेत्र के गांव पलिया मेहंदी गांव निवासी रिषीपाल पुत्र बद्री की भैंस तमंचे की नोक पर भैंस ले गये।
गांव निवासी नन्हें पुत्र रूम सिंह की भैंस भी हांक ले गये। पीछा करने पर फायरिंग कर दी। इससे पहले 13 अगस्त को कल्याण पुत्र विशाल सिंह निवासी की दो भैंस व आविद पुत्र नदर मोहम्मद की एक भैंस ले गये। पुलिस हर घटना के बाद जल्द खुलासे का आश्वासन दे रही है लेकिन कई महीनों से हो रही इन घटनाओं पर कोई अंकुश नहीं लगा है।