उझानी। नगर में सोलर लाइट लगाने को लेकर विवाद का मामला सामने आया है। आरोप है कि नगर पालिका के एक कर्मचारी द्वारा धर्मस्थल के समीप सोलर लाईट लगाने को लेकर मना किया गया वहीं कर्मचारी ने इस आरोप को बेबुनियाद बताया है।
सरकार द्वारा सोलर लाइट के उपयोग पर विशेष बल दिया जा रहा है जिससे बिजली की खपत को कम किया जा सके। जिसके तहत पालिका नगर क्षेत्र में सोलर लाईट लगवा रही है। शुक्रवार को नगर के मुहल्ला बाजारकलां में बिहारीजी मंदिर के निकट सोलर लाईट न लगाने को लेकर मामला सामने आया था। युवा क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष अनिल ठाकुर के मुताबिक नगर पालिका के कर्मचारी नफीस अहमद द्वारा धर्मस्थल के निकट सोलर लाईट लगाने से मना कर दिया गया हालाँकि लोगों के विरोध के बाद लाईट के लिए गड्डा खुदवाया दिया गया जिसके बाद उसे सीमेंट से मजबूत कर दिया गया।
शनिवार को इस मामले ने तूल पकड़ लिया जब उस गड्डे पर चारों तरफ से लगाये गये सीमेंट को तोड़ दिया गया। लोगों का आरोप है कि शाम को नगर पालिका के एक कर्मचारी ने उसे तोडा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक जब उन्होंने इस बात का विरोध करते हुए इसकी वजह पूछी तो कर्मचारी ने कहा इसे नफीस अहमद के कहने पर तोडा जा रहा है।
वहीं इस मामले में नफीस अहमद ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि एक निश्चित दूरी के हिसाब से गड्डो को खुदवा कर सोलर लाईट लगवाई जा रही हैं। इसमें किसी तरह का पक्षपात नहीं किया जा रहा है। शुक्रवार को धर्मस्थल के निकट लाईट लगवाने की मांग की गयी थी जिससे पूरा कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि जब सोलर लाईट लगवाने की मांग को पूरा कर दिया गया तो उसे तोड़ने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि नगर पालिका के किसी कर्मचारी ने वहां जाकर उस सीमेंट को नही तोड़ा है। धर्मस्थल के निकट सोलर लाईट लगवा दी जाएगी।