लखनऊ/बदायूं। देश भर में लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर सभी की नजर है। हालाँकि उससे पहले बदायूं से सपा प्रत्याशी शिवपाल यादव ने विवादित बयान दिया है। शिवपाल यादव ने एक सभा में कहा कि वोट नहीं दोगे तो हिसाब-किताब भी होगा। हालाँकि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने ‘हिसाब-किताब’ की धमकी इससे पहले भी दी है।
दुर्दांत अपराधी और सपा नेता मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी बीते विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार के दौरान हिसाब किताब की धमकी दी थी। अब्बास अंसारी ने मंच से अपने समर्थकों संबोधित करते हुए कहा, ‘समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से कह कर आया हूं कि 6 महीने तक कोई तबादला या पोस्टिंग नहीं होगी। जो यहां है वो यही रहेगा। क्योंकि पहले उनके साथ ‘हिसाब किताब’ होगी और उसके बाद ही उनके स्थानांतरण प्रमाणपत्रों पर मुहर लगेगी।’
अब्बास से आगे कहा कि हम बाहुबली हैं। हमें इससे कोई गुरेज नहीं है। मेरे नौजवान साथियों की तरफ कुछ बैल सींग निकाल कर खड़े हैं। समय आने दीजिए खूंटे में यही नहीं बांध दिया तो कहिएगा। अखिलेश यादव से मैंने कहा था कि पहले जिन लोगों ने मुकदमे लगाए हैं उनकी भी जांच पड़ताल कर लिया जाए। अब्बास अंसारी के इस बयान के बाद एडीजी प्रशांत कुमार की ओर से भड़काऊ भाषण पर एफ़आईआर दर्ज कराई गई थी, साथ ही वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर चुनाव आयोग ने एक्शन लिया था। अब्बास अंसारी के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे की रोक लगा दी थी।
आजम खान ने दी थी जूते साफ करवाने की धमकी
बीते विधानसभा चुनाव में सपा नेता आजम खान ने जनसभा में कहा, ‘सब डटे रहो… ये कलेक्टर पलेक्टर से मत डरो। ये तनख्वहियां है, हम तनख्वहियों से नहीं डरते। कैसे-कैसे बड़े-बड़े अफसर रुमाल निकालकर मायावती जी के जूते साफ करते हैं। हमारा उन्हीं से गठबंधन है और उन्हीं के जूते साफ कराऊंगा।’ आजम के इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने 72 घंटों के लिए उनपर प्रचार करने के लिए रोक लगा दी थी। इस मामले में आजम खान को 3 साल की सजा हो चुकी है।
अखिलेश यादव ने भी दिया था ऐसा ही बयान
साल 2018 में अखिलेश यादव को सरकारी बंगला खाली करना पड़ा था। तब अखिलेश यादव ने कहा कि एक अधिकारी है जो हमारे सामने प्लेट-कटोरी उठाता था अब वही सब करा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि अधिकारी जान लें कि सरकार तो आती-जाती रहती है। लिहाजा किसी के बहकावे में न आएं।
इसके अलावा साल 2021 में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दौरान अखिलेश यादव ने कहा था कि प्रशासनिक अधिकारियों को पता होना चाहिए कि सपा सरकार बनने पर दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी। अखिलेश यादव ने बयान में कहा कि सपा सरकार में ऐसा एक भी अधिकारी दण्डात्मक कार्रवाई से बच नहीं पाएगा जो भाजपा की कठ-पुतली बनकर समाजवादी पार्टी के विरुद्ध कार्रवाई कर रहा है।
अब शिवपाल यादव ने क्या कहा?
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने कहा, “हम सभी से वोट मांगेगे, जो देगा वो ठीक है नहीं तो अपने लोग तो हैं ही जो लाखों वोट से जिता देंगे। जो देगा वो ठीक है नहीं तो पहले वोट तो नहीं तो फिर हिसाब किताब भी होगा।” शिवपाल यादव का वायरल वीडियो कहां का है। यह स्पष्ट नहीं है। हालाँकि इस वीडियो में सहसवान से सपा विधायक ब्रजेश यादव उनके साथ हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि यह वीडियो सहसवान क्षेत्र का है।