बदायूं। थाना अलापुर के सामने बुधवार दोपहर एक युवक गोली मारकर आत्महत्या कर ली। युवक ने तमंचे से अपनी कनपटी पर सटा कर गोली मारी थी। मृतक हत्या के मामले में 4 दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया था। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
अलापुर कस्बा के वार्ड संख्या तीन मोहल्ला बजरिया निवासी सुमित (27) तमंचा लेकर दोपहर करीबन दो बजे थाना गेट पर पहुंचा और खुद को गोली मार ली। खून से लथपथ सुमित जमीन पर गिर गया और उसकी सांसें थम चुकी गयीं। अचानक गोली की आवाज बाजार में हडकंप मच गया, पुलिस थाने के बाहर दौड़ी तो सुमित जमीन पर पड़ा हुआ था। पुलिस ने मौके से तमंचा बरामद कर लिया है। परिजनों से भी पूछताछ की गयी है। बताया जा रहा है कि सुमित पर एक व्यापारी का कर्जा था, कर्ज के दबाव में उसने आत्महत्या की है।
चार दिन पहले ही मिली थी जमानत
मृतक सुमित सर्राफा कारोबारी की हत्या के मामले में चार दिन पहले ही जेल से बाहर आया था। पिछले साल 27 अगस्त को भाऊनगला निवासी राकेश गुप्ता की हजरतपुर स्थित दुकान में ही गोली मारकर हत्या की गई थी। सुमित गुप्ता कारोबारी राकेश गुप्ता के परिवार की एक युवती से शादी करना चाहता था। इसके अलावा उसके राकेश गुप्ता पर साढ़े चार लाख रुपये भी आ रहे थे लेकिन राकेश ने उस युवती की शादी चोरी छुपे दिल्ली में कर दी थी। वहीं जब सुमित ने उधारी का तकादा दिया तो सर्राफ ने देने से मना कर दिया था।
इसके बाद सुमित ने पश्चिम बंगाल के बागडोगरा निवासी अमन वर्मा और राजस्थान प्रांत के चुरू जिले के सरदारनगर निवासी श्रीराम सोनी को बुुलाया, हत्या की डील पांच लाख रुपए में तय हुई थी। फिर राकेश की दुकान पर पहुंचकर उन्हें गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया।
सुमित की सुपारी किलर से दिल्ली में हुई थी मुलाकात
सुपारी किलर दोनों युवकों से सुमित की दिल्ली में मुलाकात हुई थी। सुमित दिल्ली में रहकर काम करता था। वहीं अमन वर्मा और श्रीराम सोनी भी काम करते थे। तीनों की वहीं मुलाकात हुई। इससे उनके बीच गहरी दोस्ती हो गई। पुलिस ने तब ने मास्टरमाइंड सुमित और दोनों सुपारी किलर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।