लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीखें घोषित होने के बाद सियासी हलचलें और भी तेज हो गईं हैं। योगी सरकार से इस्तीफा देने के आधे घंटे के भीतर स्वामी प्रसाद मौर्य समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। एक दिन पहले ही बिल्सी विधायक आरके शर्मा भाजपा का दामन छोड़ सपा में शामिल हुए थे।
योगी सरकार के श्रम, सेवायोजन और समन्वय विभाग मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपते हुए लिखा, ”माननीय राज्यपाल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं।”
बिल्सी विधायक आरके शर्मा की तरह ही मौर्य 2017 विधानसभा चुनाव से पहले मौर्य बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। स्वामी प्रसाद भाजपा बीएसपी सरकार में मंत्री रहे थे और ऊंचाहार एवं पडौराना सीट से विधायक रह चुके हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य की अवध और पूर्वांचल के मौर्य समाज में पकड़ मानी जाती रही है। उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से भाजपा सांसद हैं।
पिछले दिनों लखनऊ के कार्यक्रम में सांसद संघमित्रा मौर्य को जब बोलते वक्त टोका टाकी की गई थी तो उन्होंने मुख्यमंत्री और अध्यक्ष के सामने ही अपनी नाराजगी दिखाते हुए माइक छोड़ दिया था हालांकि बाद में उन्हें मना कर वापस भाषण देने के लिए कहा गया।