कादरचौक। जिले में पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान एक सहायक अध्यापक की मौत हो गयी। उनके शव को सीएचसी लाया गया जहाँ पॉजिटिव-निगेटिव के फेर में दो बार एंटीजन कोरोना टेस्ट कराया गया।
मूल रूप से जनपद एटा के निवासी सत्येन्द्र पाल सिंह पत्नी और तीन बच्चों के साथ शहर के मोहल्ला जवाहरपुरी में रहते थे। 55 वर्षीय सत्येन्द्र दातागंज तिराहा स्थित विज्ञानानंद रामनारायण वैदिक इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापक थे। सोमवार को पंचायत चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी के तौर पर उनकी ड्यूटी कादरचौक ब्लॉक के गाँव झब्बू नगला में लगी थी। जहाँ दोपहर बाद से ही अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। सत्येन्द्र पाल सिंह शाम करीबन 5 बजे शौचालय गए तो वहीं फर्श पर गिर गए। काफी वक्त तक जब वो बाहर नहीं आए तो साथी चुनाव कर्मचारी ने शौचालय में जाकर देखा वो वह वहीं पड़े मिले। तुरंत ही उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उझानी पर भेजा गया लेकिन डॉ. राजकुमार गंगवार ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों के इंतजार में उनका शव सीएचसी में ही रखा गया। तहसीलदार सदर करनवीर सिंह मृत पीठासीन अधिकारी के घरवालों को सूचना दी, वो अस्पताल भी पहुंचे लेकिन परिजनों के आने से पहले ही वो अस्पताल से चले गये। उनके जाने के बाद मृतक शिक्षक का कोरोना टेस्ट किया गया। स्वास्थ्य विभाग ने रिपोर्ट पॉजिटिव होने की बात कही। कुछ देर बाद परिजन भी पहुँच गए, उन्हें जब शिक्षक के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट की जानकारी मिली तो उन्होंने संक्रमित होने के बावजूद ड्यूटी लगाये जाने को लेकर अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए। हालाँकि बाद में मृतक शिक्षक का फिर से सैंपल लिया गया तो रिपोर्ट को निगेटिव बताया गया। खबर लिखे जाने तक सीएचसी में अफरातफरी का माहौल है, परिजन अधिकारियों से बात करने की बात वहां डटे हुए हैं।