बदायूं। शिक्षक दिवस पर जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया। इस मौके पर डीएम ने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का पहला स्थान होता है। शिक्षक एक मार्गदर्शक होते हैं, जिनके निर्देशन में लक्ष्य की प्राप्ति होती है।
शनिवार को जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में प्राथमिक के 16 एवं माध्यमिक स्कूल के 22 शिक्षकों को फूलमाला पहनाकर एवं प्रमाणपत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। डीएम कुमार प्रशांत ने कहा कि शिक्षक सिर्फ वही नहीं होता है, जो हमे सिर्फ स्कूल, कॉलेजों में पढ़ाये। शिक्षक वो भी है जो हमे जीवन जीने की कला सिखाता है। ऐसे ही खास गुरु और चेले को समर्पित दिन के रूप में प्रत्येक वर्ष देश में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। शिक्षा का काम एक उत्कृष्ठ व्यक्तित्व का निर्माण करना है। जबकि शिक्षा को प्रभावी बनाने में शिक्षकों की भूमिका निर्णायक होती है।
उन्होंने कहा कि आज राष्ट्र को ज्ञानवान, प्रकाशवान, शक्तिवान, सामर्थवान और चरित्रवान बनाने के लिए प्राचीन गुरू-शिष्य परंपरा को पुनरावृति की नितांत आवश्यकता है। निष्ठावान गुरू के बिना लोक मंगल की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए बच्चों के भविष्य निर्माण में पूर्ण सहयोग देंगे। इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक राममूरत भी मौजूद रहे।