उझानी(बदायूं)। नगर में बिहारी जी मंदिर के पास चोरों ने रिटायर्ड शिक्षक के बंद घर में नकदी व लाखों के आभूषण पर हाथ साफ कर दिया। शिक्षक के दामाद ने कोतवाली में लिखित तहरीर दी है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मोहल्ला बाजार कलां निवासी रघुवीर शरण माहेश्वरी महात्मा गाँधी इंटर कॉलेज से रिटायर्ड शिक्षक हैं। उनका बेटा वृन्दावन के आश्रम में रहता है जबकि उनकी बेटी करुणा माहेश्वरी की शादी पड़ोस के मोहल्ला किलाखेड़ा निवासी आईएएस अधिकारी सौरभ माहेश्वरी के छोटे भाई गौरव माहेश्वरी से हुई है। बीते साल रिटायर्ड शिक्षक की पत्नी का देहांत हो गया था, इसके बाद से वो अपने बेटे के साथ वृन्दावन आश्रम में रहने लगे थे। हालाँकि घर पर उनका आना-जाना होता रहता था। बीते दस दिनों पहले ही वो घर पर आए थे।
वहीं शुक्रवार सुबह रिटायर्ड शिक्षक के पड़ोसी ने उनकी छत का दरवाजा खुला देखा। सूचना पर गौरव माहेश्वरी पहुँच गए। इसके बाद वो पड़ोसी की छत से घर में दाखिल हुए तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। घर में कमरों का ताला टूटा और सामान बिखरा मिला। चोर अलमारी में रखी दो लाख की नकदी, 150 ग्राम सोना, घरेलू सामान चोरी कर ले गए। सूचना पर तत्काल पुलिस ने पहुंचकर मामले की जांच की।
चोरों ने इत्मीनान से खंगाला घर
चोरों ने पूरी घटना को जिस तरह इत्मीनान से अंजाम दिया है उससे लगता है कि वारदात में एक से ज्यादा लोग शामिल हैं। आशंका जताई जा रही है कि वारदात को अंजाम देने से पहले चोरों ने रैकी की होगी। घर पर कई दिनों से किसी के न रहने की पुख्ता जानकारी हासिल करने के बाद ही वारदात को अंजाम दिया। चोरों ने दोनों मंजिलों के कुल चार कमरों को खंगाला। एक एक समान को बिखेर दिया।
रिटायर्ड शिक्षक के दो मंजिला मकान की छत के दो रास्ते हैं। इसमें एक रास्ते पर दो लोहे के गेट जबकि दूसरे रास्ते पर दो लोहे और एक लड़की का गेट है। चोर घर के पीछे से छत पर आए। इसके बाद नीचे आने के लिए दोनों रास्तों के गेट को तोड़ा। यहाँ उन्हें जाली और बंद दरवाजा मिला तो जाली को ही तोड़ दिया गया। इसके बाद चोर अंदर दाखिल हो गए। टूटी हुई जाली की बनाबट से ऐसा लगता है कि एक दुबला-पतला चोर भी वारदात में शामिल है। उसने जाली से घर में दाखिल होकर छत के दूसरे रास्तों का दरवाजा खोल अपने साथियों को भी अंदर बुलाया।
जाल पर रस्सी बांधकर उतरे नीचे
रिटायर्ड शिक्षक के घर की दूसरी मजिल पर लोहे का जाल लगा हुआ है। चूँकि दरवाजा दूसरी तरफ से बंद था तो चोरों ने जाल उठाकर उसमे रस्सी बाँध दी। इसके बाद नीचे उतर गए। यहाँ उन्हें लोहे की सीढ़ी मिली तो सीढ़ी लगाकर बाकि साथी भी नीचे आ गए। यहाँ भी दो कमरों में खंगाला गया। वारदात को अंजाम देने के बाद चोर छत के रास्ते फरार हो गए।