बदायूं। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए रविवार को चुनाव प्रचार थम गया। चुनाव समाप्ति के 48 घण्टे पूर्व जिले में धारा 144 लागू करने का आदेश जारी किया है। लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण मंगलवार यानी 23 अप्रैल को होगा। बदायूं से धर्मेंद्र यादव, संघमित्रा मौर्य और सलीम इकबाल शेरवानी चुनाव मैदान में है।
9 प्रत्याशियों मैदान में,
बदायूं में कुल 9 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। यहाँ पर सपा-बसपा-रालोद गठबंधन, बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला है। समाजवादी पार्टी ने यहां से दो बार के सांसद और अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी ने उत्तरप्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य को यहां से मैदान में उतारा है। 1996 के बाद से समाजवादी पार्टी यहां कभी नहीं हारी है। मोदी लहर के बावजूद सपा के धर्मेंद्र यादव यहां जीतने में कामयाब रहे थे। धर्मेंद्र यादव को कुल 48 प्रतिशत वोट मिले थे और उन्होंने 1.66 लाख वोट से जीत दर्ज की थी। पिछली बार यहां से बीजेपी उम्मीदवार बागिश पाठक को भले ही हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन भाजपा को 32 फीसद वोट मिले थे। यही वजह है कि बीजेपी इस बार कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है।
बदायूं की सीट जीतने के लिए भाजपा पुरजोर कोशिश कर रही है। अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह तक यहां रैली कर चुके हैं। लेकिन मुस्लिम-यादव के अलावा एससी वोटों के जरिये सपा-बसपा गठबंधन अपनी जीत पक्की मान रहा है। वहीं कांग्रेस ने इस बार पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता सलीम इकबाल शेरवानी को बदायूं से मैदान में उतारा है। साल 1984 में कांग्रेस यहां से आखिरी बार चुनाव जीती थी, उसके बाद जो सत्ता से बाहर हुई तो अब तक वापसी नहीं कर सकी है। सपा से अलग होकर कांग्रेस में आए पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री आबिद रजा ने भी सपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
वहीं देश में तीसरे चरण के मतदान में 14 राज्यों में 115 सीटों पर वोटिंग होगी। तीसरे चरण का चुनाव उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, ओडिशा, असम और गोवा की कुछ सीटों पर होगा। इस चरण में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के साथ साथ आजम खां, जया प्रदा, शिवपाल सिंह यादव, संतोष गंगवार और वरुण गांधी जैसे दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की कुल 10 लोकसभा सीटों मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत के लिये 23 अप्रैल को मतदान होगा।
तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर मुख्य मुकाबला सपा—बसपा—रालोद गठबंधन और बीजेपी के बीच ही होता दिख रहा है। मगर, कुछ सीटों पर कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी—लोहिया मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही है। वर्ष 2014 में इनमें से सात सीटों पर भाजपा ने कब्जा किया था। वहीं मैनपुरी, बदायूं और फिरोजाबाद सीटें सपा के खाते में गयी थीं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक तीसरे चरण में यूपी में 95.5 लाख पुरुषों और 80.9 लाख महिलाओं समेत कुल एक करोड़ 76 लाख मतदाता कुल 120 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।